स्मृति सभा और रामराज्य विषयक संगोष्ठी का आयोजन
प्रदेश के पूर्व मुख्य वनसंरक्षक और लेखक कमलेश पाण्डेय तथा लखनऊ दूरदर्शन के पूर्व कार्यक्रम प्रमुख अनुपम पाठक को प्रेरक सम्मान-204, से अलंकृत किया गया साथ ही प्रेरक युवा सम्मान-2024 वरिष्ठ टी0वी0 न्यूज एंकर शेखर आनन्द त्रिवेदी और कला क्षेत्र से जुडे डाक उपाधीक्षक योगेश मिश्र को प्रदान किया गया। इस अवसर पर वर्ष 2024 का टेबल कलेन्डर भी रिलीज किया गया जिसकी थीम है हमारा संकल्प विकसित भारत।
प्रदेश राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल ने कार्यक्रम के हेतु भेजे अपने संदेश में सम्मान प्राप्त लोगों को शुभकामनाएँ दी और कहा कि पं० जगदीश नारायण मिश्र का सम्पूर्ण जीवन समाज सेवा के लिए समर्पित रहा। उन्होंने पत्रकारिता के क्षेत्र में अहम योगदान किया। स्व० मिश्र की स्मृति में आयोजित स्मृति सभा और संगोष्ठी युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी होगी।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद राज्यसभा सांसद और प्रदेश पूर्व उपमुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा ने प्रभु श्रीराम को राष्ट्रनायक बताते हुए उनका अनुसरण करने की अपील की साथ ही स्व० मिश्र जी के समाजिक कार्यों को लोगों के लिए प्रेरणाप्रद बताया
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष धनंजय गुप्ता ने प्रभु श्रीराम को जनमानस का आदर्श बताते हुए कहा कि वह राष्ट्र की प्राणशक्ति है श्री गुप्त ने स्व० मिश्र जी के प्रेरक कार्यों का जिक्र करते हुए उनके अनुशरण की अपील की।
भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री रमापति शास्त्री ने कहा कि स्व० जगदीश जी कुशल संगठन कर्ता और सभी के हितों को सर्वोपरि रखने वाले व्यक्ति थे।
महापौर डा० सुषमा खड़गवाल ने गोष्ठी को प्रांसांगिक बताते हुए स्व० मिश्र को श्रद्धासुमन अर्पित किये।
भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व विधायक सुरेश तिवारी ने स्व० मिश्र जी से अपने बचपन के जुड़ाव की चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने जनसेवा के कार्य में स्वयं को समर्पित कर दिया।
मुख्यवक्ता के रूप में मौजूद प्रसिद्ध अर्थशास्त्री प्रो० ए०पी० तिवारी ने रामराज की व्याख्या करते हुए कहा कि आर्थिक उन्नति ही किसी राष्ट्र की समृद्धि की परिचयक नहीं वरन् सर्वांगीण विकास और सबकी संतुष्टि रामराज की परिकल्पना है।
सूचना विभाग के पूर्व अधिकारी राजेश राय ने प्रभु श्रीराम मन्दिर आन्दोलन से जुड़े
संस्मरणों का जिक्र किया और स्व० मिश्र जी के योगदान की चर्चा की।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सीतामिश्रा, सर्वेश चन्द्र द्विवेदी, पंकज अवस्थी, प्रणव अग्निहोत्री, प्रशांत, सान्त्वना, वीरबहादुर सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
कार्यक्रम का संचालन शरद जगदीश मिश्र द्वारा किया गया।