विगत 21 से 30 अक्टूबर तक तिलक मार्ग उत्तर प्रदेश माटी कला बोर्ड द्वारा आयोजित दस दिवसीय माटी कला मेला का आयोजन तिलक मार्ग स्थित उप्र खादी ग्रामोद्योग भवन में किया गया।
19 जुलाई 1918 में स्थापित उत्तर प्रदेश माटी कला बोर्ड की स्थापना के बाद साल 2019 से हर साल दस दिवसीय माटी कला मेला का आयोजन यहां किया जाता है।
इस बार माटी कला मेला 2024 में लखनऊ और आस पास के जनपदों से आए शिल्पियों और कलाकारों द्वारा मिट्टी से बने नाना प्रकार के वस्तुओं को प्रदर्शित किया गया, जिनमें दिए, मां लक्ष्मी भगवान गणेश की मूर्तियां, हर साइज के आकर्षक और खुबसूरत कलरफुल डिजाइनर दीपक, टेराकोटा और चीनी मिट्टी से बने दिए, खिलौने वाले बर्तन, ग्वालीन, नाना प्रकार के घड़े, सजावटी सामान, सेंटेड डी फ्यूजर, सेरेमिक, ब्लैक पॉटरी, घरेलू सामान तवा, बॉटल, तोरण, वंदनवार, मोम वाले दिए, मधुमक्खी वैक्स दिए, फ्लोटिंग, हैंड मेड जूट बैग्स, लैंप्स, हैंड मेड बेसन, सत्तू, गुड़, शहद आदि विविध उत्पाद माटी कला मेला में उपलब्ध हैं।
मेले के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए सहायक निदेशक और उ प्र माटी कला बोर्ड के नोडल अधिकारी एस के पांडेय ने बताया कि मेले का उद्देश्य शिल्पियों और कलाकारों द्वारा मिट्टी और मिट्टी से निर्मित विविध वस्तुओं और उनकी कलाओं को जन जन तक पहुंचाना है, माटी कला मेला 2019 में प्रारम्भ हुआ, इस साल ये छठा मेला है।
विगत पांच वर्षों और वर्तमान, मेले में क्या परिवर्तन आया है पूछने पर नोडल अधिकारी बताते हैं कि पहले से स्टॉल्स की संख्या बढ़ी है (वर्तमान लगभग 60 स्टॉल्स) , पहले से मेला भव्य और आकर्षक हुआ है, लोगों में जागरुकता आई है, सभी आयु वर्ग के बच्चे, युवा, पुरुष, महिला और बुजुर्ग सभी मेले में आते हैं और यहां आकर अपनी मन पसन्द घरेलू सजावटी वस्तुओं और दीपावली की खरीदारी हर्षोल्लास के साथ करते हैं।
इस साल मेले में पहली बार सांस्कृतिक कार्यक्रमों को भी शामिल किया गया, जिनमें लोक गीत, संगीत और नृत्य आदि हैं। इसके अलावा बच्चों के लिए शुक्रवार को दीपक और मटका रंगों तथा शनिवार को पोस्टर और स्लोगन प्रतियोगितायें आयोजित की गई।
प्रतियोगिता के बारे में जानकारी देते हुए दीप ने बताया कि शनिवार को उ. प्र.माटीकला बोर्ड और दीप इंफोटेक चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा स्लोगन और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता हुई जिसमें आईटी कॉलेज, करामत इंटर कॉलेज, सीएमएस महानगर, सीएमएस अलीगंज, आर्य कन्या इंटर कॉलेज ,कैथेर्डरल व लॉरेटो समेत एसकेडी के लगभग 150 बच्चे शामिल हुए, समस्त प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र एवं प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार देकर उनका उत्साह वर्धन किया गया।
21 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक चलने वाले माटी कला मेला 24 का समय प्रातः 11 से रात्रि 9 बजे तक है। तो यदि अभी तक आप मेले में नहीं गए हैं तो जरूर जाइए और आगामी दीपोत्सव को माटी निर्मित उत्पाद संग हर्षोल्लास पूर्वक अपने और अपनों के साथ मनाइए।
- बबिता बसाक , लखनऊ ।