उपचुनाव से पहले बड़ा मंत्रिमंडल विस्तार संभव
विकल्प शर्मा : भोपाल : महामारी और कोरोना संकट के बीच मध्यप्रदेश में चुनावी शतरंज बिछ गयी है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भाजपा और संघ के अलग अलग मंच पर गुटीय राजनीति और चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत ने नरेन्द्र सिंह तोमर, शिवराज सिंह चैहान और नरोत्तम मिश्र से अलग अलग लम्बी मंत्रणा की है. नरेन्द्र सिंह तोमर सिंधिया और चौहान के लिये बड़ी चुनौती बन कर उभर रहे हैं. बड़ी खबर ये है कि उपचुनाव से पहले बड़े मंत्रिमंडल विस्तार को संघ ने हरी झंडी दिखा दी है. इसमें 22 से 24 मंत्री और राज्य मंत्री बनाये जा सकते हैं. इसके लिये जहां सिंधिया ने दबाव बनाना शुरू कर दिया है, वहां मोदी और शाह के करीबियों की माने तो नरेन्द्र सिंह तोमर और नरोत्तम मिश्रा की चुनौती भी सामने है. दोनो से उनके लोगों की सूची भी मांगी गयी है. इस पूरे घटनाक्रम में शिवराज चौतरफा घिरे नजर आ रहे हैं. सूत्रों के अनुसार शिवराज सिंह चौहान ने सुहास भगत से लम्बी वार्ता की है. माना जा रहा है कि पार्टी इसी सप्ताह मंत्री पद के चेहरों को अंतिम रूप दे सकती है. सिंधिया गुट और कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए नेताओं में से 11 को मंत्री पद देने का दवाब है. उधर भाजपा ने उपचुनाव को ध्यान में रखते हुए पूर्णकालिकों को रवाना किया है. ये पूर्ण कालिक सभी 24 सीटों पर बूथ कमेटियां बनायेंगे. साथ ही जमीनी स्तर पर बड़े नेताओं की नाराजगी दूर करने की कोशिश करेंगे. इन्हें बूथों पर सिंधिया के लोगों के साथ समन्वय बैठा कर टीमें बनाने को कहा गया है.