12 दिवसीय पुनश्चर्या पाठ्यक्रम का समापन सत्र
प्रोफेसर बीवी रमना रेड्डी ने पुनश्चर्या पाठ्यक्रम के सफल संचालन के लिए केयू एचआरडी केंद्र और आईएमएस को बधाई दी।
इससे पहले पाठ्यक्रम समन्वयक डॉ. जयकिशन चंदेल सहित अन्य सहयोगियों ने प्रो. बीवी रमना रेड्डी को पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत किया तथा प्रतिभागियों के प्रमाण पत्र के साथ-साथ समूह फोटो का अनावरण करवाया।
वहीं पहले सत्र में आशीष कुमार गोयल ने उद्यमिता विकास में भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम की भूमिका के बारे में चर्चा की। दूसरे सत्र में पाठ्यक्रम समन्वयक डॉ. राजन शर्मा और डॉ. जयकिशन चंदेल ने इस 12 दिवसीय रिफ्रेशर कोर्स की रिपोर्ट प्रस्तुत की। तीसरे सत्र में शेप-क्रंच के संस्थापक जतिन शर्मा ने भारत और वैश्विक स्तर पर उद्यमिता के वर्तमान परिदृश्य को समझाया।
केयू एचआरडीसी की निदेशिका प्रो. प्रीति जैन ने कहा कि केंद्र शिक्षकों के लिए यूजीसी पाठ्यक्रमों को सुविधाजनक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। उन्होंने पुनश्चर्या पाठ्यक्रम के प्रतिनिधियों द्वारा पाठ्यक्रम के लिए दी गई सकारात्मक प्रतिक्रिया पर प्रसन्नता व्यक्त की।
केयू आईएमएस के निदेशक प्रोफेसर अनिल मित्तल ने पाठ्यक्रम के लिए रिफ्रेशर कोर्स के सफलतापूर्वक सम्पन्न होने पर सभी को बधाई दी। पाठ्यक्रम समन्वयक डॉ. राजन शर्मा ने बताया कि पाठ्यक्रम में देश के 9 राज्यों से 24 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। उन्होंने डॉ. अमित मित्तल, मीनू धीमान, डॉ. महेंद्र, डॉ. भारती मंगला, प्रो. इप्शिता बंसल, प्रो. गुरचरण सिंह जैसे विभिन्न क्षेत्रों के 45 से अधिक विशेषज्ञों का भी धन्यवाद दिया जिन्होंने इन सत्रों में अपना व्याख्यान दिया।
डॉ. नवीन, डॉ. हरप्रीत, डॉ. एला और डॉ. अंजू ने हर तीन दिन के 12-12 सत्रों की रिपोर्ट भी मुख्य अतिथि के सामने पेश की। डॉ. जगताप, डॉ. प्रियंका, डॉ. स्वाति और डॉ. प्रदीप ने भी सत्र की प्रतिक्रिया साझा की।
पुनश्चर्या पाठ्यक्रम के प्रतिनिधियों ने पाठ्यक्रम को सच्ची भावना और बड़े उत्साह के साथ आयोजित करने के लिए टीम आईएमएस और एचआरडीसी को धन्यवाद दिया।