' इट्स ओके नॉट बी ओके' विषय पर सेमिनार
कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को बताया गया कि हमारा शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य के बीच गहरा संबंध है। लेकिन अभी भी ज्यादातर लोग इस पर ध्यान नहीं देते हैं। मुख्य वक्ता डॉ मधु पाठक ने कहा कि फिजिकल और मेंटल हेल्थ एक ही सिक्के के दो पहलू की तरह है। किसी भी एक पहलू को नजर अंदाज करना, दूसरे पहलू को नकारात्मक तरीके से प्रभावित करता है।
बड़े-बुढ़े से लेकर स्कूल जाने वाले बच्चे भी इस समस्या से जूझ रहे है, तो इस प्रॉब्लम को छिपाने की जगह उस पर ध्यान देने की जरूरत है वरना आने वाले समय में स्थिति और बिगड़ सकती है।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अवध गर्ल्स डिग्री कॉलेज में भूगोल विभाग की विभागाध्यक्ष और उप प्राचार्य प्रो उपमा चतुर्वेदी ने भी विचार रखे।
सेमिनार के विषय पर एक पैनल चर्चा भी हुई। पैनल में शामिल डॉ. दीपांशु अग्रवाल, डॉ. शाश्वत सक्सेना, सर्वेश गोयल और शोभित नारायण अग्रवाल के साथ उपस्थित लोगों ने भी अपने अनुभव शेयर किए। संचालन पोषण विशेषज्ञ तान्या साहनी ने किया।
इस मौके पर वीमन शाइन की संस्थापक अपर्णा मिश्रा, मंजुलिका अस्थाना, चैतन्य वेलफेयर फाउंडेशन की अध्यक्ष ओम सिंह, रिचा मिश्रा समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।