सक्रांति पर्व पर हुई भजन संध्या
श्री गोविंदानंद आश्रम शिवपुरी मार्ग पर सक्रांति के शुभ अवसर पर हर मास की तरह इस मास भी भजन संध्या का आयोजन किया गया । इस भजन संध्या में महिला संकीर्तन मंडल के गायकों ने भजनों की लड़ी पीरों कर भक्तों को नाचने पर मजबूर कर दिया। महिलाओं ने दादा खेड़ा पर प्राचीन भजन और नृत्य भी किया। भजन संध्या के समापन पर एक विशाल भंडारा किया गया जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भोजन ग्रहण कर संतों का आशीर्वाद लिया।
विशेष तौर पर पधारे आश्रम के संरक्षक महंत बंसीपुरी जी महाराज ने बताया की सक्रांति के इस अवसर पर की गई पूजा से जन्म जन्मांतरों के पाप धुल जाते हैं और मन से मांगी गई मनोकामना पूर्ण होती है।
आश्रम में प्रतिदिन सुंदरकांड और शिवपुराण का पाठ भी चल रहा था जिसका समापन आज हुआ। इसके साथ प्रत्येक मास को जेठे रविवार के दिन कन्या पूजन और भंडारा भी होता है जिसमे सैंकड़ों की संख्या में कन्याओं का आगमन होता है।
इस अवसर पर महामंडलेश्वर 1008 स्वामी विद्या गिरि जी महाराज, महंत बंसीपुरी जी महाराज , महंत सर्वेश्वरी गिरि जी, षडदर्शन साधुसमाज के संगठन सचिव वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक मुख्य यजमान सुशील गुप्ता एवं महिला मंडली
आदि सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे।