मिशन लाइफ की पहल को अपनाने का संदेश
स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग न केवल मानव जाति बल्कि पूरी दुनिया के सामने एक प्रमुख चुनौतियों में से एक हैं। एक स्वस्थ, हरित, समृद्ध और संपन्न ग्रह को सुनिश्चित करने तथा उन पारिस्थितिक तंत्रों की बहाली के लिये अपने-अपने स्तर पर कार्य करने की आवश्यकता है।
स्वामी ने कहा कि प्रकृति और पर्यावरण के क्षेत्र में हमने जो खो दिया, जो नष्ट हो गया है उसकी वजह से अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ा परन्तु जो अभी भी बरकरार हैं उसे संरक्षित करना अत्यंत जरूरी है इसलिये हमें पुनसर््थापन और पुनर्जनन के तरीकों को बढ़ाना होगा। इस मानसून में सक्रिय होकर पौधों का रोपण करना होगा ताकि जलवायु परिवर्तन का दबाव कम हो और प्रकृति अपने आप ठीक हो सके।
स्वामी जी ने कहा कि भारत के ऊर्जावान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में भारत ने जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई का समर्थन करने के लिए कई नई पहलों की शुरूआत की हैं, अब हम सब की बारी है। अब समय आ गया है कि पर्यावरण और पृथ्वी की रक्षा के लिए व्यक्तियों से लेकर परिवार, समुदाय और राष्ट्रों को एक साथ आना होना। भारत जी20 की अध्यक्षता करते हुये पर्यावरण स्थिरता के एक नए युग की शुरुआत करने का एक अवसर तलाश रहा है, अब जरूरत है हम सब भारतीय वासी अपनी परम्परागत संस्कृति और परंपरा के अनुरूप जीवनशैली को अपनायें।