मौसम की बनी स्थिति को लेकर सचेत रहने की आवश्यकता है। कभी आसमान में बरसात के बादल तथा कभी मौसम में उमस भरी गर्मी की स्थिति बनी हुई है।
ऐसे में चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा खाने पीने में सावधानी की सलाह दी है, क्योंकि इस मौसम में हमारा पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है। मौसम के कारण भारी चीजें ठीक से डाइजेस्ट नहीं हो पाती हैं। वहीं अगर इस मौसम में खाने पीने में लापरवाही बरती या कुछ गलत खा लिया तो फूड पॉइजनिंग होने का रिस्क भी काफी बढ़ जाता है। डा. संदीप छाबड़ा के अनुसार खाने में फूड प्वॉइजनिंग के बैक्टीरिया बहुत तेजी से पनपते हैं और खाने के जरिए हमारे शरीर में पहुंचकर ये बैक्टीरिया ज़्यादातर गैस्ट्रोइंटेस्टिनल ट्रैक्ट को परेशान करते हैं। फूड पॉइजनिंग होने पर लोगों को उल्टी, दस्त, पेट दर्द और बुखार जैसी समस्या होती हैं। इसलिए हमें मौसम के हिसाब से अपने खानपान को लेकर बहुत सजग रहने की जरूरत होती है। डा. छाबड़ा ने बताया कि साल्मोनेला बैक्टीरिया का एक समूह होता है जो ज्यादातर अधपके खाने में पनपता है।
- वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक