अन्नपूर्णा पूजा और महा राम नवमी पर्व सम्पन्न
प्रातः नए नए वस्त्र धारण कर सभी ने सर्वप्रथम काली बाड़ी जाकर मां के दर्शन किए और पुष्पांजलि अर्पित किया।
व्रत धारी महिलाओं ने छः अशोक के फूल, पीले मूंग दाल के छः दाने , दही और केला का प्रसाद ग्रहण किया।
पूजा के बाद सभी ने बड़ो के चरण स्पर्श कर उनका आशीर्वाद लिया और एक दूसरे को नव वर्ष की अनेकानेक शुभेच्छा दी।
व्यापारियों ने नए बही खाते का पूजन किया, अपने उपभोक्ताओं को कैलेंडर, नाना प्रकार के उपहार के साथ साथ साड़ी, कुर्ता पैजामा, ज्वैलरी आदि पर विशेष छूट देकर उन्हें आकर्षित किया।
सभी के घर पर उत्सव का माहौल था, रसगुल्ला, दोरबेश, छेना मिष्टी, पायस, मिष्टी दोई, माछेर झोल, पुलाव आदि बनाया गया और सपरिवार रिश्तों और मित्रगणों के साथ नव वर्ष सानंदपूर्वक मनाया।
बड़ी काली बाड़ी, घसियारी मंडी कैसरबाग मंदिर कमिटी द्वारा कॉफी और रसगुल्ला भक्तों को वितरित किया गया, बंगाली क्लब और युवक कमिटी द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम में सोमा घोष ने अपने कार्यक्रम से दर्शकों को देर तक बैठने के लिए बाध्य किया। कार्यक्रम समाप्ति पर सभी ने मुंह मीठा कर एक दूसरे को नव वर्ष की बधाइयां दी।
16 अप्रैल को अन्नपूर्णा पूजा पर्व भी भक्ति उल्लास और भक्ति व श्रद्धा पूर्वक मनाया गया। राजधानी के लाटूश रोड स्थित 102 वर्ष पुरातन मां अन्नपूर्णा और बाबा भोलेनाथ की मूर्ति स्थापित कर पूजन किया गया। सभी ने मां का पूजा अर्चना कर प्रसाद और दोपहर में खिचड़ी, सब्जी, चटनी और पायस का भोग ग्रहण किया।
17 अप्रैल को महा रामनवमी के दिन सभी राम मंदिरों में भगवान श्री राम की पूजा की गई, दोपहर 12 बजे श्री राम जन्मोत्सव हुआ और प्रसाद वितरित किया गया, इस अवसर पर भक्तों द्वारा जगह जगह भंडारे का भी आयोजन किया गया और इस तरह चैत्र नवरात्र पर्व हर्षोल्लास पूर्वक सम्पन्न हुआ।
. बबिता बसाक, लखनऊ