कहते हैं प्रभु के दर्शन करने हों तो भक्त देवालय जाते हैं परंतु आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया को प्रभु स्वयं अपने भक्तों को दर्शन देने के लिए नगर भ्रमण को निकलते हैं बहन सुभद्रा और भ्राता बलभद्र के साथ रथ पर आरूढ़ होकर।
रथ यात्रा यों तो ओडिसा राज्य के पुरी शहर का प्रमुख उत्सव है।
लेकिन राजधानी लखनऊ में भी रथ यात्रा का उत्साह, उमंग और हर्षोल्लास को देखा जा सकता है। शहर के अलग अलग स्थानों से प्रभु का रथ निकालता है जिसका भक्त साल भर से प्रतीक्षा करते हैं।
इस साल खास है मारवाड़ी गली अमीनाबाद की लाला सूरज बली हलवाई श्री जगन्नाथ मंदिर की रथ यात्रा , जो इस साल शताब्दी वर्ष मना रहा है। गत 1 जुलाई को पौध वितरण, 5 जुलाई को भजन संध्या, आज प्रातः पूजा अर्चना के बाद भंडारा हुआ।
सायं 4 बजे रथ यात्रा मंदिर से प्रारंभ हुई जो नाका चौराहा, गुरू द्वारा रोड, बांस मंडी, लाटूश रोड, कैसरबाग, नजीराबाद, अमीनाबाद हनुमान मंदिर होते हुए वापस मंदिर में समाप्त हुई, यात्रा में 2 बैंड, सुंदर काण्ड मंडली, विविध विषयों से सुसज्जित झाकियां, और अंत में प्रभु का रथ, रथ में विराजमान थे श्री जगन्नाथ, प्रभु श्री राम और माता सीता और भगवान कृष्ण संग मां राधा, अपने प्रभु के दर्शन पाकर भक्त भाव विभोर हो उठे, कोई आरती कर रहा था, तो कोई रस्सी खींच रहा था , कोई प्रभु की जय जय जयकार कर रहा था तो कोई उनकी बाट देख रहा था ।
यात्रा के दौरान भक्तों को भीगे मूंग दाल, चना, पुड़ी बूंदी मेवा जामुन आम आदि का प्रसाद वितरित किया गया, कुछ इसी तरह का अद्भुत दृश्य मोतीनगर स्थित श्री गौडीय मठ के श्रीश्री जगन्नाथ रथयात्रा में भी देखने को मिला संकीर्तन करते भक्तों के बीच रथ में विराजमान बलभद्र, बहन सुभद्रा के साथ भगवान जगन्नाथ के विग्रह की एक झलक पाने के लिए नगर वासी अपने अपने घरों , दुकानों और जिस मार्ग से प्रभु का रथ जाता रुक जाते।
मृदंग की थाप व घंटे घड़ियाल की लय पर झूमते भक्तों ने जय जय जगन्नाथ स्वामी, हरि हरि बोल, राधे राधे के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। रथयात्रा में पूड़ी, बूंदी, मीठे चावल का प्रसाद वितरण किया गया।
मकबूल गंज स्थित श्री श्री हरि सभा से निकलने वाली सीधा और उल्टा रथ भी राजधानी की रथ यात्राओं में से एक है, मंदिर से निकल कर यात्रा लालकुआं, हुसैनगंज, भानुमति चौराहा होते हुए वापस मंदिर में समाप्त हुई , वापसी पर भक्तों को भोग खिलाने की भी यहां परंपरा है।
इसके अलावा ऐशबाग, डाली गंज, हुसैनगंज, हजरत गंज और कपूरथला इन समस्त स्थानों के श्री जगन्नाथ मंदिर द्वारा भी रथ यात्रा निकलती है, जिसमें बच्चे, युवा , स्त्री और पुरुष सभी सम्मलित होते हैं।
बबिता बसाक, लखनऊ