महा अष्टमी और संधि पूजा का आयोजन
प्रातः काल सभी ने मां दुर्गा को पुष्पांजलि दी और लड्डू, बूंदी, नमकीन का प्रसाद ग्रहण किया, दोपहर में भोग सभी ने ग्रहण किया
शाम 4.54 से 5.42 मि तक संधि पूजा हुई, संधि पूजा अर्थात् अष्टमी का समापन और नवमी का आगमन, कहा जाता है कि राम रावण युद्ध के दौरान इसी समय भगवान श्री राम ने मां दुर्गा की आराधना की थी, इसलिए संधि पूजा का आयोजन किया जाता है,
इस पूजा में 108 दीप प्रज्ज्वलित किए गए, सभी ने दिए जलाकर मां से सुख समृद्धि और सभी के कल्याण की मंगल कामना की, विशेष पूजा, पुष्पांजलि, आरती के बाद मां को नाना प्रकार के फल, मिष्ठान, मेवे , लुची और पुलाव का भोग निवेदन किया गया, पूजा के बाद सभी को मां प्रसाद वितरित किया गया।