डॉ० संतोष कुमार के द्वारा छात्र-छात्राओं को बताया गया कि आपको अपने घर के साथ-साथ अपने घर के आसपास भी बरसात का पानी एकत्र नहीं होने देना है और जहां पर भी पानी जमा हो वहां पर उसे गिरा दें।
किसी भी तरह से नष्ट कर दें और यह कार्य आपको एक हफ्ते तक लगातार करना है ,क्योंकि डेंगू के मच्छर का जीवन चक्र एक सप्ताह का होता है अगर हमने उसके जीवन चक्र की अवस्थाओं को पूरा नहीं होने दिया तो डेंगू फैलने से रोक सकते हैं ।
इसे महामारी का रूप लेने से रोका जा सकता है, साथ ही यदि डेंगू हो भी जाए तो उसमें किसी तरह की घबराने की आवश्यकता नहीं है। घर पर रहकर आराम करें ,तरल पेय पदार्थ का सेवन अधिक से अधिक करें।
इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने डेंगू से बचने की सभी बातों को गंभीरता से सुनते हुए उससे बचने का और अपने आसपास पानी एकत्र न होने के का भी संकल्प लिया । मौके पर वरिष्ठ प्रवक्ता यमुना प्रसाद त्रिपाठी, लेफ्टिनेंट लखविंदर सिंह, डॉ० सुनील दत्त थपलियाल,शिव प्रसाद बहुगुणा, जयकृत सिंह रावत,रंजन अंथवाल सहित अन्य मौजूद रहे।