भारतीय कारीगरों और संस्कृति का महोत्सव
स्वदेशी जागरण मंच और भारत सरकार के सांस्कृतिक स्त्रोत एवं प्रशिक्षण केंद्र, संस्कृति मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित स्वदेशी मेला मे दूसरे दिन द्वारका के सेक्टर-7 स्थित सीसीआरटी ग्राउंड मे जिसमें देशभर के कारीगर अपनी कला और उत्पादों का विपणन उत्साह के साथ देखा गया.
शाम 6 बजे भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के लिए आज के अतिथि विजय सोलंकी, प्रदुमन प्रीति नवीन पोंटा रजनीकांत वशिष्ठ श्रृंखला को जारी रखें मनोज कुमार गुप्ता दिल्ली प्रदेश स्वदेशी मेला संयोजक निगम पार्षद रामनिवास गहलोत र मां से स्वागत किया गया है साथ हुआ।
मेले के मीडिया प्रभारी नीलेंदु पाठक ने बताया कि यह मेला पिछले 10 वर्षों से लगातार आयोजित किया जा रहा है, और इस वर्ष मेले में शिल्पकारों और कुटीर उद्योगों को विशेष प्रोत्साहन देने पर जोर दिया गया है। इस मेले का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय आत्मनिर्भरता और आर्थिक स्वावलंबन को बढ़ावा देना है।
इस आठ दिवसीय मेले में देश के विभिन्न प्रांतों से आए शिल्पकार अपने हाथों से निर्मित वस्त्र, मिट्टी के बर्तन, जूट से बनी सामग्री, गोबर से निर्मित दीपक, और अन्य स्वदेशी उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बार, आयोजन समिति ने यह सुनिश्चित किया है कि मेले में प्रदर्शित सभी वस्तुएं स्वदेशी और पारंपरिक तकनीकों से निर्मित होंगी,
जिससे न केवल भारतीय कारीगरों को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि स्वदेशी संस्कृति का भी प्रचार-प्रसार होगा। आज मंच से सबसे बड़ा कार्यक्रम उत्तराखंड समाज समिति द्वारका की तरफ से माँ नेना देवी, देवताओं की कथा व लोक गीतों, भजनों आम नागिरिको ने आनंद उठाया. मेला समिति के नवीन गर्ग सुरेंद्र मानव श्रीमती अनीता शर्मा रविंद्र सोलंकी श्रीमती संतोषी नौटियाल रतन सिंह बेस्ट सनी सिंह आदि ने आए हुए लोगों का उत्साह वर्धान किया,
- नीलेन्द पाठक