सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम
9 से 13 oct तक राजधानी के सभी दुर्गा पूजा पंडालों में दुर्गा पूजा की धूम चारों ओर दिखाई दे रही है। लोगों ने उत्सव के प्रति अपूर्व उत्साह उमंग और भक्ति दिखाई दे रही है।
शहर की पुरानी पूजा के बारे में बात करें तो बंगाली क्लब, शशि भूषण कॉलेज, विद्यांत डिग्री कॉलेज, boys Anglo college, संघों मित्रो मॉडल हाउस, पाठक रोड की दुर्गा पूजा, ये सभी दुर्गा पूजा पंडाल 50 साल पूर्ण कर चुकी है।
खास बात है कि राजधानी में लगभग 70 दुर्गा पूजा जो शहर के अलग अलग जगहों पर स्थानीय कमिटी द्वारा आयोजित किया जाती है, लेकिन इन पांच दिन दुर्गोत्सव में वे सभी सपरिवार शहर की पुरानी दुर्गा पूजा देखने यहां जरूर आते हैं।
1901 में अतुल कृष्ण सिंह द्वारा बंगाली क्लब में स्थापित पूजा में हमेशा की तरह इस साल भी षष्ठी तिथि को स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रातः 4 बजे संगीतमय चंडी पाठ प्रस्तुति ने दर्शकों को अभिभूत कर दिया,
1975 में मित्रो संघों पूजा कमिटी इस साल गोल्डन जुबली मना रहा है। इटली के वेटिकन सिटी के सेंट पीटर्स बेसिलिया चर्च थीम पर निर्मित गोल्डन दुर्गा पांडाल और मां की गोल्डन प्रतिमा का अप्रतिम सौंदर्य देखकर ऐसा लग रहा है मानो सभी को पंडाल आने के लिए विवश कर रहा हो।
वहीं पाठक रोड की दुर्गा प्रतिमा और विद्यांत कॉलेज की विशाल दुर्गा प्रतिमा भी दर्शकों को पंडाल में ठहरने के लिए विवश कर रहा था।
आलमबाग रामनगर 1970 में प्रारम्भ सिंधी गर्ल्स विद्यालय की दुर्गा पूजा पंडाल और मां की 13 ft प्रतिमा में भी पांच दिवसीय दुर्गोत्सव में महिलाओं द्वारा गीत संगीत, बच्चों द्वारा नृत्य और ऑर्केस्ट्रा जैसे संस्कृतिक कार्यक्रमों में स्थानीय लोगों द्वारा कलाकारों का उत्साह वर्धन किया गया। जनरल सेक्रेटरी एस के डे ने बताया कि हमारे यहां दुर्गा पूजा की खासियत यह है कि पंडाल की सजावट, विद्युत डेकोरेशन और कोलकाता से आए ढाकी कलाकार प्रारम्भ से ही यहां मां की सेवा कर रहे हैं।
इसके अलावा चारबाग गया प्रसाद धर्म शाला, कैश कॉलोनी पान दरीबा, श्री राम कृष्ण मिशन निराला नगर, बादशाह नगर, भूतनाथ, एच ए एल, रविन्द्र पल्ली, एल्डिको, आशियाना, इंदिरा नगर, अलीगंज, ट्रांसगोमती और गोमती नगर की दुर्गा पूजा पंडाल में भी सभी ने दुर्गा पूजा और पर्व को आनंद पूर्वक मनाया।
वहीं घासियारी मंडी बड़ी काली बाड़ी दुर्गा पूजा में पूजा के अलावा प्रवेश द्वार से मंदिर मार्ग को कोलकाता के कलाकारों द्वारा की गाई गई विद्युत सजावट सभी को मंत्र मुग्ध और आकर्षित कर रही थी।
सभी दुर्गा पूजा पंडाल में पुष्पांजलि, प्रसाद, भोग, आरोती, ढाक व धुनुची नृत्य और नाना प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने राजधानी की समस्त दुर्गा पूजा को सभी ने हर्षोल्लास पूर्वक मनाया।
आगामी 13 oct को सभी दुर्गा प्रतिमा की शोभा यात्रा दोपहर 12 बजे विसर्जन के लिए गोमती नदी प्रस्थान करेगी, बोलो दुर्गा माई की जय और आसछे बौछोर आबार होबे की जय घोष के साथ पांच दिवसीय शारदीय दुर्गोत्सव का समापन होगा। आगामी 16 oct शरद पूर्णिमा के दिन सभी दुर्गा पूजा पंडाल और घर घर कोजागरी लक्ष्मी पूजा पर्व मनाया जायेगा।
- बबिता बसाक लखनऊ