20 सितंबर को हरिऔध कला केंद्र में हुई प्रस्तुति में कथारंग की टीम ने भगवती चरण वर्मा द्वारा लिखित प्रायश्चित, प्रेमचंद द्वारा लिखित कहानी ईदगाह तथा एक हास्य कहानी अकबरी लोटा एवम् एक प्रेरक कहानी का पाठ किया।
ईदगाह कहानी में कथारंग की अध्यक्ष नूतन वशिष्ठ एवम् सक्षम ने हामिद तथा अन्य पात्रों को अपनी आवाज दी तो वही कहानी की सूत्रधार बनी कथारंग की उपाध्यक्ष पुनीता अवस्थी। प्रायश्चित कहानी में सूत्रधार के रूप में कथारंग की सचिव अनुपमा शरद और पण्डित परमसुख चौबे के रूप के द्वारिका नाथ पांडेय ने प्रस्तुति दी इस कहानी के सहयोगी पात्रों को नूतन वशिष्ठ ने अपनी आवाज दी।
अकबरी लोटा की सूत्रधार अनुपमा शरद तो वही झाऊलाल के रूप में अनमोल मिश्र तथा अंग्रेज अफसर के रूप के सोम गांगुली ने अपनी प्रस्तुति से लोगों को हंसने पर मजबूर कर दिया। प्रेरक कहानी का पाठ अनमोल मिश्र ने किया जिसे सुनकर बच्चो ने जोरदार तालिया बजाई।
अंधविश्वास एवम् आडंबरों के यथार्थ को पेश करती कहानी प्रायश्चित, संवेदना के उच्च शिखर को स्पर्श कराती कहानी ईदगाह, वाक चातुर्य एवं आनंद की अनुभूति कराती कहानी अकबरी लोटा एवम् स्वयं से प्रेम का संदेश देती प्रेरक कहानी के माध्यम से कथारंग ने समाज के सभी रंगों को कथाओं के माध्यम से लोगो के सामने रखा जिसे आजमगढ़ के लोगों ने खूब पसंद किया।
सभागार ने स्कूली बच्चों के अतिरिक्त काफी संख्या में बुजुर्ग एवं युवाओं ने शिरकत की। हर उम्र के लोगो द्वारा इस प्रस्तुति को पसंद किया गया। खचाखच भरे पांडाल के प्रत्येक कोने से उठा तालियों का नाद इस बात की ओर इशारा कर रहा था की अगर नए तौर तरीको में साहित्य को ढाला जाए तो हर उम्र के लोगों को साहित्य अपना मुरीद बना सकता है।