कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना से हुआ , महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो मंजुला उपाध्याय, कथा रंग की अध्यक्ष नूतन वशिष्ठ, सचिव अनुपमा शरद हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो मंजुला यादव, डा अमिता रानी सिंह ने दीप प्रज्वलन कर सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण किया। महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो मंजुला उपाध्याय ने कथारंग फाउंडेशन की अध्यक्ष नूतन वशिष्ठ का स्वागत पौध और उत्तरीय से किया।
कथारंग की सचिव अनुपमा शरद का स्वागत पौध और उत्तरीय से हिंदी विभाग अध्यक्ष प्रो मंजुला यादव ने किया।
इस कार्यक्रम में चार कहानियों का वाचन किया गया।पहली कहानी भीष्म साहनी द्वारा लिखित चीफ की दावत का वाचन कनिका अशोक, विवेक श्रीवास्तव, विक्रम और रचना टंडन ने किया।
बहुत ही मर्मस्पर्शी कहानी वाचन किया गया।
दूसरी कहानी अवधी बोली की प्रेमचंद द्वारा लिखित गिल्ली डंडा का वाचन काव्योम संस्था के अध्यक्ष जय सिंह और सचिव अनमोल मिश्रा ने किया।जो छात्राओं को बहुत पसंद आई। तीसरी कहानी भगवती चरण वर्मा की प्रायश्चित का वाचन अनुपमा शरद, नूतन वशिष्ठ और द्वारिका नाथ पाण्डेय ने किया।
कार्यक्रम की अंतिम प्रस्तुति कन्नौजी लोककथा राजा बुकरकना डा अपूर्वा अवस्थी और अनमोल मिश्रा ने प्रस्तुत की। जिसको सुनकर बहुत आनंद आया। कार्यक्रम का संचालन बी ए तृतीय वर्ष की साक्षी दुबे ने किया एवं सरस्वती वंदना बी ए द्वितीय वर्ष की सुहानी झा ने गायी।
कार्यक्रम के अंत में हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो मंजुला यादव ने धन्यवाद ज्ञापित किया।इस अवसर पर हिंदी विभाग की अंकिता पांडे मेघना यादव अंग्रेजी विभाग की प्रो संगीता कोतवाल,प्रो सीमा सरकार,नेहा पांडे ,आकाश मनोविज्ञान विभाग की सोनल अग्रवाल कामर्स की अणिमा पांडे , सुखमनी गांधी और विज्ञान विभाग की क्षितिज शुक्ला एवं छात्राएं तथा काव्योम की मांडवी ,वैभव,आदि उपस्थित रहे।