डा० देवेश चतुर्वेदी ने राज्य कृषि प्रबन्ध संस्थान, रहमानखेड़ा, लखनऊ के प्रक्षेत्र पर एग्रोटूरिज्म विकसित किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने विशेष रूप से खेत की मेड़ों पर वृक्ष लगाकर कृषकों की आय दोगुनी करने पर बल दिया। उनके द्वारा आह्वान किया गया कि "हर खेत में मेड़ और हर मेड़ पर पेड़" की आवश्यकता है। प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम एक पौंध अवश्य रोपण करना चाहिए तथा अगले वर्ष यह देखना जरूरी कि पिछले वर्ष के कितने वृक्ष जीवित हैं। पहले गत वर्ष के वृक्षों के स्थान पर रोपण के उपरान्त ही अगले वर्ष हेतु वृक्षारोपण करें।
इस अवसर पर महानिदेशक, उपकार, श्री रवि रंजन विशेष सचिव, कृषि निदेशक वीके सिंह, निदेशक बीज प्रमाणीकरण डा० एस०बी० सिंह, डा० मीनाक्षी पाण्डेय उपजिलाधिकारी, मलिहाबाद, ठा० मुकेश गौतम, डा० आर. एस. जैसवारा, निदेशक राज्य कृषि प्रबन्ध संस्थान रहमानखेड़ा, डा० पंकज त्रिपाठी, अपर कृषि निदेशक (प्रशिक्षण) तथा कृषि विभाग के समस्त उच्चाधिकारियों द्वारा विभिन्न में फलदार पौधों का रोपण किया गया। शासन स्तर के अधिकारी, कृषि निदेशालय, उ०प्र० के अधिकारी / कर्मचारी, प्रशिक्षण में सम्मिलित विभिन्न जनपदों के ए०टी०एम०/ बी०टी०एम० विभिन्न जनपदों से प्रशिक्षण में आयी महिलाओं एवं संस्थान के कर्मचारियों को मिलाकर लगभग 500 लोगों द्वारा वृहद वृक्षारोपण महाभियान में भाग लेकर 1070 पौधों का रोपण किया गया।