पहले जब बनी थी
कांग्रेस से कांग्रेस आई
तो लगने लगा था
आई ! आई!! आई !!!
फिर पलट कर भी आई
और आते ही लेने लगी जमुहाई
लेकिन अब बदला हुआ
उसका परिवेश है
उसके मुकाबले में
गांधी टोपी नहीं
नया परिवर्धित परिवेश है
इसिलए बेवर्दी में ही आई
बैक ग्राउंड में ही कर रही रेस है
यही नहीं अब वह
अपने बैकग्राउंड में ही
बेचारी हो गयी है
चरखे की बात करते करते
खुद भी चरखा हो गयी है...