उत्तराखंड में भ्रष्टाचार विरोधी कार्य समूह की दूसरी जी-20 बैठक के लिए विश्व के 20 देशों के अनेको प्रतिनिधियों ने सहभाग किया। आध्यात्मिक, धार्मिक और सांस्कृतिक उद्देश्य के साथ वसुधैव कुटुम्बकम् ‘विश्व एक परिवार’ के दिव्य सूत्र को चरितार्थ करने वाली गंगा आरती में सहभाग कर जी-20 प्रतिनिधियों को अद्भुत, अलौकिक व अविस्मरणीय आनन्द की प्राप्ति हुई।
चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि यह तो एक शुरूआत है यह जी-20 से जी-आल की यात्रा है। आज 20 देश है और आने वाले दिनों में 200 देश यहां पर आकर भारत की संस्कृति का आनन्द लेगे यही तो है वसुधैव कुटुम्बकम्, यही तो है विश्व एक परिवार है। सच माने यही एक मंत्र है, जहां सारी समस्याओं का समाधान है, जहां सब का सम्मान है और सब समान है। सद्भाव, समरसता और समन्वय की संस्कृति और विविधता में एकता यही तो है भारत की सांस्कृतिक विशेषता।
इस दौरान विदेशी मेहमानों को परमार्थ परिवार की ओर से हिमालय की दिव्य और हरित भेंट रूद्राक्ष का पौधा, हिमालयन हल्दी और अन्य सतत व टिकाऊ वस्तुयें भेंट स्वरूप प्रदान की जो उत्तराखंड की संस्कृति और जीवंतता को दर्शाती हैं।
उत्तराखंड में जी-20 की बैठक औणी गांव में होगी।
मौके पर मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य, सहकारिता विभाग डा धनसिंह रावत, वन मंत्री सुबोध उनियाल, विधायक रेनू बिष्ट सहित विशिष्ट अतिथियों में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, यूनाइटेड किंगडम व संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल के प्रतिनिधि मौजूद रहे है ।