बातचीत के दौरान उन्होंने मंत्री सुबोध उनियाल से आग्रह किया कि समस्त प्रशासनिक विभागाध्यक्ष व अधिकारियो के साथ इन क्षेत्रों में केंद्र व प्रदेश पोषित विकास योजनाओं की समीक्षा बैठक आहूत की जानी चाहिए । ताकि अधिकारियों के उदासीन आचरण के कारण जो विकास कार्यों में विलंब हो रहा है उसके विषय में चर्चा वार्ता हो सके।जिससे सरकार की छवि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है ।
इस हेतू संबंधित विभाग अध्यक्षों व अधिकारियों की समीक्षा से विकास कार्यों की संबंधित जानकारी जनप्रतिनिधियों व पार्टी कार्यकर्ताओं के समक्ष स्पष्ट हो सकेगी ।
विशेषकर राजस्व विभाग, वन विभाग, पेयजल विभाग ,लोक निर्माण विभाग ,नगर निगम विभाग, विद्युत विभाग, सिचाई विभाग, अल्पसंख्यक आयोग ,नगर विकास स्वास्थ्य विभाग, पर्यटन विभाग, पंचायतीराज विभाग, जल निगम, आदि विभागो को बुलाकर चर्चा होनी चाहिए