गुरुवार को उत्तराखंड परिवहन महासंघ ऋषिकेश के अध्यक्ष सुधीर राय ने प्रेस क्लब में पत्रकारों से से वार्ता करते हुए बताया कि परिवहन विभाग द्वारा यात्रा काल में यात्रा वाहनों में ट्रेकिंग डिवाइस लगवाने के सम्बन्ध में एवं चार धाम यात्रा के दौरान धामों में यात्रियों की संख्या सीमित करने के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री से मांग की है. केंद्र सकार द्वारा केन्द्रीय मोटर यान नियमावली 1989 के नियम 125 (ज) में विनिर्दिष्ट सभी पंजीकृत वाहनों पर दिनांक 1 जनवरी 2019 में वेहिकल लोकेशन ट्रेकिंग डिवाइस और आपातकालीन बटन लगाया जाना अनिवार्य किया गया है। साथ ही 31 दिसंबर 2018 तक पंजीकृत सभी सार्वजानिक सेट यानी को दिनाक 01 जनवरी 2019 तक छूट प्रदान करते हुए उन पर अनुप्रयोज्य विधि के अनुसार यथा विनिर्दिष्ट के अनुपालन हेतु राज्य सरकार द्वारा तारीख अधिसूचित किये जाने की व्यवस्था की गई है। जिस सन्दर्भ में राज्य परिवहन प्राधिकरण की बैठक में सभी वाहनों पर VLTDC लगाया जाना अनिवार्य कर दिया गया है यदि उपरोक्त डिवाइस नहीं लगी होगी तो यात्रा काल में इन वाहनों का ग्रीन कार्ड नहीं बनाया जाएगा और न ही ऐसे वाहनों को यात्रा में भेजा जाएगा ।
यह जानकारी गुरुवार को परिवहन महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय ने दी । उन्होंने बताया कि वाहनों को इस प्रकार का आदेश वाहनस्वामियों में हताशा का माहौल पैदा कर रहा है क्योंकि वर्ष 20-21 में कोरोना काल के चलते वाहनों का संचालन नहीं हो पाया जिस कारण वाहन स्वामियों ने मुश्किल से अपना एवं परिवार का भरण पोषण किया| वर्ष 2022 ने धाव पर मलहम लगाने का कार्य किया परन्तु कोरोना काल में हुए नुकसान की भरपाई फिर भी संभव नहीं हुई| परिवहन प्राधिकरण के आदेश से वाहन स्वामियों पर 8 से 10000 का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा जो कि वर्तमान परिस्थिति के अनुसार संभव नहीं है| इसके तहत हजारों वाहनों में एक साथ डिवाइस लगाना अनिवार्य करने पर अफरा तफरी का माहौल बनेगा| डिवाइस उपलब्ध नहीं हो पाएगी डिवाइस की दरों में वृद्धि हो जायेगी, एक तरह से अफरा तफरी का माहौल पैदा हो जाएगा जो यात्रा एवं प्रदेश के लिहाज से उपयुक्त नहीं होगा | साथ ही साथ आपसे यह भी अनुरोध है कि यात्रा धामों से दर्शन में लगाई गई सीमा को भी हटाया जाए क्योंकि प्रदेश द्वारा यह सीमा कोरोना काल के मद्देनजर सोशल दूरी को देखते हुए लगाई गई थी ।