उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव नगर विकास श्री अमृत अभिजात ने बताया कि जी-20 सम्मेलन की मेजबानी भारत द्वारा 01 दिसम्बर, 2022 से 03 नवम्बर, 2023 के मध्य की जानी है। इस सम्मेलन में भारत राष्ट्र की अध्यक्षता में 200 से अधिक बैठकें होंगी, जिसमें उत्तर प्रदेश में विभिन्न तिथियों में कुल 11 बैठकों का आयोजन लखनऊ, आगरा, वाराणसी एवं ग्रेटर नोएडा में होना प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि जी-20 की बैठकों हेतु चयनित जनपदों में जी-20 सम्मेलन के प्रदेश में व्यापक प्रचार-प्रसार एवं जनसहभागिता सुनिश्चित करने हेतु 21 जनवरी, 2023 को "RUN FOR G20" का आयोजन किया जायेगा।
प्रमुख सचिव ने लखनऊ, वाराणसी, आगरा एवं मेरठ के मण्डलायुक्त तथा लखनऊ, वाराणसी, आगरा एवं गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारियों, लखनऊ, वाराणसी एवं आगरा के नगर आयुक्त एवं ग्रेटर नोयडा विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा है कि जी-20 का आयोजन इन नगरों के एक अथवा एक से अधिक स्थानों पर भी आयोजित किया जा सकता है। आयोजन अलग-अलग श्रेणियों में जैसे कि महिला, पुरूष, छात्र, व्यवसायी, मीडिया आदि तथा अलग-अलग दूरी जैसे कि 1000 मी0, 2000 मी०, अथवा अधिक दूरी पर भी किया जा सकता है। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों की प्रतिभागिता होनी चाहिए। यह कार्यक्रम एक या अधिक व्यक्तियों/कम्पनियों की स्पांसरशिप से कराया जाना सुनिश्चित किया जाये।
कार्यक्रम में प्रतिभागियों को टी-शर्ट, कैप इत्यादि, जिस पर जी-20 एवं स्वच्छ यू०पी० का लोगो/चिन्ह अंकित हो, के साथ-साथ प्रशासन के हस्ताक्षर युक्त प्रमाण पत्र इत्यादि भी प्रदान किया जाये। कार्यक्रम में सुरक्षा, मार्ग-व्यवस्था, यातायात व्यवस्था इत्यादि का पूर्व आकलन कर लिया जाये तथा त्रुटिरहित व्यवस्था सुनिश्चित की जाये, जिससे किसी भी प्रकार की अव्यवस्था तथा दुर्घटना की स्थिति उत्पन्न न हो। कार्यक्रम में मेडिकल व्यवस्था, एम्बुलेंस इत्यादि का पूर्व से आंकलन कर समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। कार्यक्रम को भारत अभियान से जोड़ते हुये साफ-सफाई तथा सुन्दरीकरण के अभियान चलाये जाये। कार्यक्रम के उपरान्त साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था की जाये।
कार्यक्रम पूर्ण रूप से प्लास्टिक मुक्त होना चाहिए। इसके लिए समुचित व्यवस्था किया जाये। कार्यक्रम स्थल तथा दौड़ के मार्ग पर पुलिस तथा प्रशासन के अधिकारियों की जोन/ सेक्टर में बॉट कर पर्याप्त तथा समुचित ड्यूटी लगाई जाये। कार्यक्रम में यथा स्थान जनप्रतिनिधियों, गणमान्य व्यक्तियों को भी समुचित आदर देते हुये आमंत्रण देकर कार्यक्रम में भाग लेने का अनुरोध किया जाये। उक्त आयोजन पर आने वाला व्यय भार स्वच्छ भारत मिशन (नगरीय) के आई०ई०सी० मद से यथावश्यकता एवं नियमानुसार वहन किया जायेगा एवं प्रत्येक शहर हेतु उसकी अधिकतम सीमा रू० 3.00 लाख हो सकेगी।
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