श्रीमद्भागवत कथा का समापन
हर साल की तरह इस साल भी गीता जयंती के अवसर पर 7 दिवसीय (26 नवम्बर से 2 दिसम्बर) श्रीमद्भागवत कथा का समापन कल सॉय 6.30 पर गौतम बुद्ध मार्ग स्थित श्री गीता सत्संग भवन मंदिर प्रॉगण मे सम्पन्न हुआ. माल मलियाबाद के आचार्य अवधेश कुमार अवस्थी द्वारा प्रतिदिन गीता में उद्धत प्रभु की लीलाओं, कर्म, भक्ति व ग्यान का उपदेश बताने के साथ साथ श्लोकों का संस्कृत व हिन्दी दोनों भाषाओं में किया गया.
सभी ने प्रभु के श्री अमृत वचनों का रसानुवाद कर परम आनंद की अनुभूति प्राप्त की. कर्म व ग्यान के वचन सुनने के बाद सभी के मुख पर एक ही नाम था जय श्री कृष्णा व राधे राधे. कथा समापन के बाद प्रभु की आरती तत्पश्चात्त प्रभु के भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया. 3 दिसम्बर को प्रात: 9 बजे हवन व पूजा और महिलाओं द्वारा गीत संगीत के माध्यम से प्रभु का गुणगान किया गया. दोपहर 1 बजे ब्राह्मण भोज तत्पश्चात बडी संख्या में भक्तो ने भी प्रभु का प्रसाद ग्रहण किया. 4 दिसम्बर को श्री गीता जयन्ती के पावन अवसर पर अपराह्न 3 से 5 बजे तक गीता पाठ, भजन व कीर्तन होगा.
इसके अतिरिक्त 4 से 7 दिसम्बर तक सॉय 6 से रात्रि 9 बजे तक प्रवचन व उपदेश दिये जायेगें जिसमें लखनऊ व आसपास के क्षेत्रों से विद्वान, महात्मा, स्वामी महाराज, गुरूजन और प्रभु के भक्त सम्मिलित होगें.