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श्रावण मास की कांवड़ यात्रा शुरू : सुरक्षा के कड़े इंतजाम

इस बार अनुमान है कि 4 से 5 करोड़ की तादाद में कांवड़िए नीलकंठ महादेव मंदिर दर्शन करने के लिए तीर्थ नगरी पहुंचेंगे. राम झूला, स्वर्ग आश्रम, नीलकंठ महादेव मंदिर मार्ग पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस और वन विभाग के कर्मचारी तैनात रहेंगे.

सुरक्षा के कड़े इंतजाम
सुरक्षा के कड़े इंतजाम

श्रावण मास की कांवड़ यात्रा आज से शुरू हो रही है. भारी संख्या में कांवड़ लेकर के श्रद्धालु नीलकंठ महादेव के दर्शन करने के लिए तीर्थ नगरी ऋषिकेश पहुंच रहे हैं. बता दें कि उत्तराखंड सरकार के द्वारा पिछले 3 सालों से कांवड़ यात्रा कोरोना संक्रमण के चलते स्थगित कर दी गई थी. इस बार अनुमान है कि 4 से 5 करोड़ की तादाद में कांवड़िए नीलकंठ महादेव मंदिर दर्शन करने के लिए तीर्थ नगरी पहुंचेंगे.

पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. एसएसपी देहरादून द्वारा बताया गया है कि उत्तराखंड सरकार के आदेश पर यात्रा के दौरान त्रिशूल, भाला, तलवार जैसे कोई भी हथियार यात्रा काल के दौरान लाना वर्जित है. यदि इस दौरान कोई भी हथियार पाया जाता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वहीं तीर्थ नगरी ऋषिकेश में कांवड़ यात्रियों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा. आने वाले कावड़ वाहनों को हरिद्वार से सीधा बाईपास होते हुए भद्रकाली से सीधा गरुड़ चट्टी होते हुए नीलकंठ भेजा जाएगा. वापसी गरुड़ चट्टी से सीधा बैराज होते हुए चीला की तरफ से वाहनों को भेजा जाएगा. दोपहिया वाहनों को आईडीपीएल पार्किंग में रोका जाएगा. भीड़ के अनुसार ही आगे की तरफ रवाना किया जाएगा. पैदल यात्री राम झूला पुल से होते हुए नीलकंठ महादेव मंदिर के लिए जाएंगे और वापसी में जानकी सेतु से होते हुए बस पार्किंग से होते हुए हरिद्वार की तरफ रवाना होंगे.

21 तारीख से लेकर 26 तारीख तक भारी संख्या में कांवड़ यात्रियों के ऋषिकेश पहुंचने की संभावना को देखते हुए विक्रम, थ्री व्हीलर और ई रिक्शा चालकों को सख्त आदेश दिए गए हैं कि राम झूला क्षेत्र में इन सब का प्रवेश वर्जित रहेगा. राम झूला, स्वर्ग आश्रम, नीलकंठ महादेव मंदिर मार्ग पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस और वन विभाग के कर्मचारी तैनात रहेंगे. अक्सर देखा गया है कि वन्य जीव और प्राणियों के बीच काफी घटनाएं नीलकंठ महादेव मंदिर रोड पर होती हैं. घटनाएं रोकने के लिए वन विभाग को आदेश दे दिए गए हैं कि गस्त को बढ़ाया जाए और वन कर्मियों की ड्यूटी नीलकंठ पैदल मार्ग पर लगाई जाए ताकि कोई भी अप्रिय घटना ना घट सके.

गंगा में नहाने वाले कांवड़ियों की सुरक्षा हेतु गंगा घाट के किनारे जल पुलिस और एसडीआरएफ के जवान तैनात रहेंगे. नीलकंठ मार्ग पर लोगों के स्वागत के लिए भोजन व्यवस्था के लिए जगह-जगह लोगों ने दुकानें लगानी शुरू कर दी है. भंडारे लग रहे हैं. बाग खाले पर स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा कैंप लगाया जा रहा है जहां श्रद्धालुओं की कोरोना टेस्टिंग की जाएगी. यात्रा काल के दौरान प्लास्टिक की त्रिपाल और 75 माइक्रोन से कम की सभी प्लास्टिक की वस्तुओं को प्रतिबंधित किया गया है. श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया है कि गंगाजल के लिए प्लास्टिक की कैन का इस्तेमाल ना करें.


Published: 14-07-2022

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