हिन्दुस्तानी अकादमी, उत्तर प्रदेश ने अवधी भाषा के लिए भागीरथ प्रयासों में जुटे डा. रामबहादुर मिश्र को बनादास अवधी सम्मान से अलंकृत किया है. इस समय डा. रामबहादुर मिश्र १८ औ १९ जून को दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय अवधी सम्मेलन के आयोजन के लिए बौद्ध विश्वविद्यालय, लुम्बिनी, नेपाल के दौरे पर हैं. दो दिवसीय इस सम्मेलन में भारत से डा. रामबहादुर मिश्र के साथ गए साहित्यकार दल में डा. वाई सी दुबे, डा. आर जी पांडे, डा. एस पाण्डेय, डा. सी पी चन्द्र, जी एस गीत, नूतन वशिष्ठ, आराध्य शुक्ल, के एम चतुर्वेदी और पी शामिल हैं. अवध भारती संसथान, नरौली, हैदरगढ़, बाराबंकी के अध्यक्ष डा. रामबहादुर मिश्र को यह सम्मान उनकी पुस्तक बेझरउटा के लिए दिया गया है और सम्मानस्वरूप एक लाख रुपये की राशि दी है.
हिन्दुस्तानी अकादेमी ने राष्ट्रीय और प्रादेशिक स्तर पर दिए जाने वाले पुरस्कारों की घोषणा कर दी है. इसमें गुरु गोरक्षनाथ सम्मान और पंच लाख रुपये ग्राम घरवारा, आजमगढ़ के डा. कन्हैया सिंह को आदिकालीन साहित्य में अवदान के लिए, लखनऊ के प्रोफ़ेसर हरिशंकर मिश्र को तुलसीदास सम्मान और पांच लाख रुपये की राशि भक्तिकालीन साहित्य में अवदान के लिए, दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के प्रोफ़ेसर और डीन अनिल राय को संत कबीर सम्मान और चार लाख रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी.