लखनऊ में गत 26 मई को राजधानी के शिवाजी मार्ग स्थित बंगाली क्लब परिसर में सायं 7ः30 बजे नज़रुल जयंती श्रद्धा व भक्तिभाव से मनाया गया. काज़ी नज़रुल हसन बांग्ला के एक सुप्रसिद्ध कवि, लेखक व संगीतकार थे.
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए निखिल भारत बंग साहित्य सम्मेलन की अध्यक्षा व बंगाली क्लब व युवक समिति की महिला सभापति इनाक्षी सिन्हा ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी नज़रुल जयंती का आयोजन क्लब परिसर में किया गया और इस सुअवसर पर यहां विविध कार्यक्रम हुए. प्रारंभ में क्लब की सभापति, गणमान्य सदस्यों व छात्र-छात्राओं आदि ने नज़रुल जी की तस्वीर पर माल्र्यापण व पुष्पाजंलि अर्पित करके उन्हें नमन किया. तत्पश्चात नजरुल जी के कृृतित्व व व्यक्तित्व पर वरिष्ठ सदस्यों ने प्रकाश डालते हुए अपने-अपने विचार प्रस्तुत किये.
छात्रा देबोश्री द्वारा गाये दोनों ही सुमधुर गीतों ने लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया, वहीं दूसरी ओर क्लब की महिला सभापति इनाक्षी सिन्हा द्वारा कविता ‘‘आजी होते सौत बौरसौ आगे’’ को सुनकर सभी मंत्रमुग्ध हो गये.
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