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भारत के एक गिरोह की मंशा : निर्दोष हिन्दू, सिक्ख क़त्ल कर दिए जाएँ

हिन्दूस्तानियों की जान बचाने के लिए मोदी सरकार ISIS से भी बात करने से परहेज नहीं करती है. इस सच्चाई से भलीभांति परिचित होने के बावजूद दोहा में तालिबानी गुंडों के दूत के साथ भारतीय एजेंसियों के अधिकारियों की बातचीत पर एक गिरोह भारत में लगातार हंगामा हुड़दंग कर रहा है कि भारत सरकार ने तालिबान से क्यों बात की ?

 निर्दोष हिन्दू, सिक्ख क़त्ल कर दिए जाएँ निर्दोष हिन्दू, सिक्ख क़त्ल कर दिए जाएँ
Author - सतीश मिश्र
सतीश मिश्र

लखनऊ , 06-09-2021


5 जुलाई 2014 को एयर इंडिया का एक जहाज जब 46 भारतीय नर्सों को लेकर कोच्चि एयरपोर्ट पहुंचा था तो पूरी दुनिया चौंक गयी थी. भारत सरकार उन 46 नर्सों को ISIS के हत्यारे आतंकवादियों के शिकंजे से सुरक्षित छुड़वा कर वापस भारत लायी थी. यह सनसनीखेज गुप्त ऑपरेशन इसलिए सफल हुआ था क्योंकि तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज जी ISIS तक पहुंच वाले खाड़ी देशों के शीर्ष नेतृत्व के सीधे संपर्क में थीं और भारतीय एजेंसियों ने भी ISIS के महत्वपूर्ण दूतों और सूत्रों से सीधा संपर्क साध रखा था.

उनसे क्या बात हुई थी, कैसे बात हुई थी, कैसी बात हुई थी ? यह सच या तो सरकार के शीर्ष नेतृत्व को ज्ञात है. या फिर उस ऑपरेशन को जमीन पर अंजाम देने वाली भारतीय एजेंसियों के अधिकारियों को ही ज्ञात है. शेष दुनिया के सामने आजतक यह रहस्य नहीं उजागर हुआ है. शायद कभी होगा भी नहीं लेकिन यह सच तो सार्वजनिक हो ही चुका है कि उस पूरे ऑपरेशन को अंजाम देने के दौरान एजेंसियों के माध्यम से भारत सरकार की ISIS से सीधी बातचीत हो रही थी.

आज उपरोक्त प्रसंग का उल्लेख इसलिए किया ताकि यह स्पष्ट कर दूं कि हिन्दूस्तानियों की जान बचाने के लिए मोदी सरकार ISIS से भी बात करने से परहेज नहीं करती है. इस सच्चाई से भलीभांति परिचित होने के बावजूद दोहा में तालिबानी गुंडों के दूत के साथ भारतीय एजेंसियों के अधिकारियों की बातचीत पर एक गिरोह भारत में लगातार हंगामा हुड़दंग कर रहा है कि भारत सरकार ने तालिबान से क्यों बात की ? याद करिए कि आज तालिबान से बात करने के खिलाफ हंगामा हुड़दंग कर रहा गिरोह जुलाई 2014 में मुर्दों की तरह खामोश रहा था. तब इसने कोई हुड़दंग हंगामा नहीं किया था कि ISIS से क्यों बात की ?

उल्लेखनीय है कि 2014 में ISIS के शिकंजे में कोई सिक्ख और हिन्दू नहीं फंसा था. जबकि आज भी अफगानिस्तान में बड़ी संख्या में जो भारतीय फंसे हुए हैं उनमें हिन्दू और सिक्ख ही शामिल हैं. भारत सरकार उनकी सुरक्षित वापसी के लिए ही हर जतन कर रही है. देश में इसके खिलाफ हुड़दंग कर रहा गिरोह दअरसल यह कोशिश कर रहा है कि भारत सरकार की हर कोशिश विफल हो जाए ताकि अफगानिस्तान में फंसे निर्दोष निहत्थे हिन्दू और सिक्ख उन बर्बर तालिबानी गुंडों के द्वारा कत्ल कर दिए जाएं. कड़वी सच्चाई यही है.

 


Published: 06-09-2021

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