लेकिन, ये अंदाजा किसी को नहीं था कि अमेरिकी सेना के रहते हुए ही तालिबान 20 साल पहले जितना ताकतवर हो जायेगा। रविवार को तालिबानी लड़ाकों के राजधानी काबुल में घुसने से पहले ही राष्ट्रपति अशरफ गनी परिवार समेत देश छोड़कर चले गए। तालिबान प्रवक्ता ने कहा कि गनी 50 लाख अमेरिकी डॉलर से भरी एक कार भी एयरपोर्ट तक ले कर गए थे।
गनी के जाते ही पूरी सरकार छिप गयी। तालिबानी लड़ाके सैन्य तोपों की नुमाइश करते दिखे। लड़ाके जिस ओर रुख करते, महिलाएं घरों में छिप जातीं। सरकारी दफ्तरों महिलाएं नहीं पहुंची, क्योंकि तालिबान फरमान जारी कर चुका है कि महिलाओं का बाहर काम करना हराम है। ऐसा हुआ तो सजा मिलेगी।
काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद 3 हजार से ज्यादा लोग रात को ही एयरपोर्ट में घुस आए। एयरपोर्ट के अंदर अमेरिकी सेना ने मोर्चा संभाल लिया। अफरा -तफरी इतनी थी कि लोग टेकऑफ करते विमानों के आगे पीछे भागने लगे, मानों किसी बस में चढ़ना चाहते हों। तीन अफगानी लोग विमान के पाहिए में छिपे थे। टेकऑफ के बाद जमीन पर गिरे। मौके पर ही मौत हो गयी। पांच लोग अमेरिकी सेना की गोलीबारी में मारे गए।