लखनऊ साइबर सेल ने मोस्ट वांटेड साइबर अपराधी प्रमोद मंडल को सोमवार को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। मंडल 10 राज्यों के पुलिस द्वारा 29 से ज्यादा मामलों में वांटेड था। मंडल वही शख्श था जो यंग साइबर अपराधी को ट्रेन करता था और झारखण्ड के जामतारा और दुमका से फ़ोन कॉल्स पर जालसाजी किया करता था। मंडल पूरे भारतवर्ष में अधिकांश मामलों में अपराधी पाया गया था। इसने साइबर धोखाधड़ी से विशाल धनराशि इकठ्ठा कर लिया था और 10 करोड़ की जमीन और अन्य प्रॉपर्टीज भी खरीद रखा था।
प्रमोद मंडल ने दिल्ली में एक अकाउंटेंट भी बहाल कर रखा था ताकि वह अपने पैसों को अच्छे से इन्वेस्ट कर सके और सुरक्षित रूप से पैसों का ट्रांजैक्शन कर सके जिससे कि वह पुलिस और टैक्समैन की नज़रों से बच सके। प्रमोद मंडल का अकाउंटेंट भी इस छापेमारी में गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने बताया कि मंडल दुमका का रहनेवाला था और अपने पिता और चाचा को लखनऊ जेल में देखने आया था। पुलिस ने उसकी गतिविधियों पर अपनी नज़रें गड़ाई हुई थी। पुलिस को उसके मोबाइल नंबर्स का पता लग गया जो एयर टिकट में उपयोग में लाये गए थे। उसके डिजिटल फूटप्रिंट्स को ट्रैक करके पुलिस दिल्ली पहुँच गयी जहाँ उसने अपने आप को छुपा रखा था।
लखनऊ साइबर सेल ने प्रमोद मंडल के साथ अन्य पांच साइबर अपराधी को भी गिरफ्तार कर लिया। पिछले साल मंडल गैंग ने यूपी सेक्रेटेरिएट से रिटायर्ड एक क्लर्क से 53 लाख रूपए हड़प लिए थे।