कथारंग ने दी जीवंत प्रस्तुति
नेशनल पी जी कॉलेज, लखनऊ अपने स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में तीन मार्च से आठ मार्च तक ओज महोत्सव का वृहद स्तर पर आयोजन किया गया। दिनांक 07.03.2025 को महाविद्यालय के प्रेक्षागृह में विभिन्न कला रूपों की मनमोहक प्रस्तुतियां हुईं, जिन्होंने छात्र छात्राओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
आज के कार्यक्रम का प्रारंभ प्रसिद्ध कथावाचन समूह 'कथारंग' द्वारा किया गया। कथारंग की अध्यक्षा श्रीमती नूतन वशिष्ठ, पुनीता अवस्थी एवं अन्य कलाकारों ने अपनी प्रभावशाली प्रस्तुतियों से समा बांध दिया। उन्होंने शिवानी की 'लाल हवेली' और हरिशंकर परसाई की हास्य रस से भरपूर कहानी 'इंस्पेक्टर मातादीन का जीवंत वाचन किया।
इसके बाद, उन्नाव से आईं सुश्री नैना देवी और उनकी टीम ने आल्हा की प्रस्तुति दी। उन्होंने युद्ध कौशल और वीर रस से ओतप्रोत आल्हा का गायन किया। यह आल्हा महोबा के युद्ध में बुंदेलखंड के दो योद्धाओं की वीरता की गाथा का वर्णन करता है।
कार्यक्रम के तीसरे चरण में, नेशनल पी. जी. कॉलेज के पूर्व छात्र और अंतरराष्ट्रीय स्तर के कथक कलाकार श्री अनुज अर्जुन मिश्रा की टीम ने 'सीता स्वयंवर' की प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
पाँचवे दिन के समापन में प्रसिद्ध राज़ल गायक किशोर चतुर्वेदी एवं रचना चतुर्वेदी की शानदार राज़ल प्रस्तुति एवं सुरीली आवाज़ और भावपूर्ण गायन ने श्रोताओं को भाव भोर कर दिया।
नेशनल पी. जी. कॉलेज के प्राचार्य प्रो. देवेन्द्र कुमार सिंह ने कहा, "यह स्वर्ण जयंती वर्ष हमारे लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। ओज महोत्सव छात्रों की प्रतिभा को निखारने और उन्हें सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित करने का एक मंच है।" समन्वयक प्रो. राम कृष्ण ने कहा, "इस महोत्सव में छात्रों ने अपनी रचनात्मकता और प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया है। यह महोत्सव हमारे छात्रों के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।"
सप्ताह भर चलने वाले 'ओज महोत्सव' का समापन कल महिला दिवस के अवसर पर किया जायेगा। जहां विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया।