बैठक में मंत्री डा. अग्रवाल ने कहा कि लालपानी बीट में लंबे समय से लोग आंदोलनरत हैं, उन्होंने कहा कि सरकार जनता के हितों को ध्यान में रखकर ही कार्य करती है। ऐसे में लालपानी बीट कूड़ा निस्तारण प्लांट लगाए जाने के लिए स्थानीय लोगों की सहमति अत्यंत आवश्यक है।डा. अग्रवाल ने कहा कि स्थानीय लोगों की आपसी सहमति के बाद ही वहां कूड़ा निस्तारण प्लांट लगाना चाहिए। बैठक में डा. अग्रवाल ने शहरी विकास के उच्चाधिकारियों को निर्देशित किया कि स्थानीय लोगों की रजामंदी के बाद ही कोई कदम उठाया जाए।
डा. अग्रवाल ने कहा कि गोविंद नगर में स्थित कूड़े का ढेर बड़ी समस्या है, जिसे वहां से हटाना भी जरूरी है। उन्होंने निर्देशित कर कहा कि लालपानी बीट क्षेत्र में आंदोलनरत स्थानीय लोगों को भरोसे में लेकर समन्वय स्थापित करें। जिससे जनता का सरकार पर विश्वास बना रहे।बैठक में निदेशक शहरी विकास नवनीत पांडेय, अपर निदेशक शहरी विकास अशोक पांडेय, अधीक्षण अभियंता रवि पांडेय, पार्षद विरेंद्र रमोला, पार्षद विजेंद्र मोंगा, समाजसेवी मानवेंद्र कंडारी, विजया नौटियाल, सुनीता भट्ट, राजमती रावत, विनीता असवाल, सरु भट्ट, नीतू तिवाड़ी, सुषमा रमोला, रुकमा व्यास, रीना रांगड़, रमजान, पुरुषोत्तम बडोनी, लाल सिंह बोरा, धर्म सिंह क्षेत्री, रंजीत थापा, संदीप कुड़ियाल आदि उपस्थित रहे