विद्या भारती के पूर्व छात्रों ने लहराया परचम
विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान विश्व का सबसे बड़ा गैर सरकारी शैक्षिक संगठन है, जो पिछले कई दशकों से पूरे देश में लाखों छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कार और उनके सर्वांगीण विकास के लिए संकल्पबद्ध है। वर्तमान में पूरे देश में विद्या भारती के 13 हजार औपचारिक व 12 हजार अनौपचारिक शिक्षण संस्थान हैं। लगभग 25 हजार शिक्षण संस्थान विद्या भारती के निर्देशन में चल रहे हैं, जिनमें लगभग 35 लाख भैया-बहिन, लगभग 1.5 लाख समर्पित एवं परिश्रमी आचार्यों के मार्गदर्शन में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश, जिसमें उत्तर प्रदेश के 49 जिले आते हैं। 3 लाख 25 हजार भैया-बहिन, 12 हजार आचार्यों के मार्गदर्शन में 1052 सरस्वती विद्या मंदिरों में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश के इन विद्यालयों के 16 भैया-बहिन यूपीपीएससी में चयनित हुए हैं, जिससे पूरे विद्या भारती परिवार, अभिभावकों, छात्रों, आचार्यों एवं प्रबंध समिति के सदस्यों में उत्साह व उमंग का माहौल है।
विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय संगठन मंत्री मा. हेमचन्द्र जी ने यूपीपीएससी में चयनित सभी छात्रों एवं उनके अभिभावक, आचार्यों को शुभकामनाएं एवं बधाई दी। उन्होंने कहा कि विद्या भारती के संस्थानों से निकले पूर्व छात्र देश-विदेश में विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और राष्ट्र के विकास में अपना योगदान कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी विद्या भारती के कई पूर्व छात्रों ने यूपीपीएससी में चयनित होकर संस्थान एवं सरस्वती विद्या मंदिर का नाम रौशन किया है।
यूपीपीएससी में चयनित श्री आलोक सिंह (रानी रेवती सरस्वती विद्या निकेतन, राजापुर, प्रयागराज), गौरव त्रिपाठी (जय बजरंग विद्या मंदिर, रामनगर, अम्बेडकरनगर), अभिषेक त्रिपाठी (आनंदी देवी सरस्वती विद्या मंदिर, सीतापुर), संदीप त्रिपाठी (सरस्वती विद्या मंदिर, तुलसी नगर, अयोध्या), श्रद्धा उपाध्याय (सरस्वती विद्या मंदिर, टांडा, अम्बेडकरनगर), प्रतीक्षा त्रिपाठी (सरस्वती विद्या मंदिर, लहरपुर, सीतापुर), ज्योति जैन (सरस्वती विद्या मंदिर, रामसनेही घाट, सुमेरपुर, बाराबंकी), संस्कृति गुप्ता (सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, बारीनाथ, जौनपुर), हिमांशु द्विवेदी (ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर, सिविल लाइन्स, प्रयागराज), दिनेश मिश्र (नागाजी सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, माल्देपुर, बलिया), मनीष मिश्र (सरस्वती विद्या मंदिर, तेतरी बाजार, सिद्धार्थनगर), निधि पटेल (सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, वीआईपी रोड, फतेहपुर), स्वेता त्रिपाठी (सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, वीआईपी रोड, फतेहपुर), दिवाकर पटेल (सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, कर्वी, चित्रकूट) और यूपीपीएससी-जे में चयनित अलका मौर्या (जय बजरंग विद्या मंदिर, रामनगर, अम्बेडकरनगर) व अभिषेक त्रिपाठी (सरस्वती विद्या मंदिर तुलसीनगर, अयोध्या) के पूर्व छात्र हैं।