बाईडेन ने विदेशी उद्यमियों के लिए द्वार खोले
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने विदेशी उद्यमियों के लिये अपने दरवाजे खोल दिये हैं जिन्हें पूर्ववर्ती राष्ट्रपति ने बंद करने का प्रस्ताव किया था. यह व्यवस्था को स्टार्ट अप वीजा के नाम से प्रचलित थी पर इस पर अमल नहीं हो पाया था. यू एस डिपार्टमेंट आफ होमलैंड सिक्योरिटी ने घोषणा की है कि उसने ट्रम्प प्रशासन द्वारा प्रस्तावित उस नियम को वापस ले लिया है जिससे इंटरनेशनल एंटरप्रेन्योर रूल जो स्टार्ट अप वीजा कार्यक्रम के नाम से प्रचलित हैै, रद्द हो जाने वाला था.
इस कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित विदेशी उद्यमी को अमेरिकी निवेशक से कम से कम ढाई लाख डालर और सरकारी अनुदान से एक लाख डालर तक मिल गया है वो आव्रजन पेरोल का पात्र है. इसके तहत वो वर्क वीजा या ग्रीन कार्ड के बिना भी ढाई साल तक अमेरिका में अस्थाई रूप से निवास कर सकता है. आवश्यकता पड़ने पर यह अवधि ढाई साल के लिये और बढ़ाई जा सकती है.
होमलैंड सिक्योरिटी विभाग का मानना है कि विदेशी उद्यमियों के लिये दरवाजे खोल कर बाइडेन प्रशासन अपने उस लक्ष्य की पूर्ति करना चाहता है जिसके तहत अमेरिका में नये व्यापार की संभावना पैदा हो सके और अमेरिकी नागरिकों के लिये नौकरियों के अवसर खुलें। इस नियम की नींव तो तत्कालीन राष्ट्रपति ओबामा द्वारा रखी गयी थी पर इसे लागू किया जाता उससे पहले ही ट्रम्प प्रशासन ने इसे रद्द करने का मन बना लिया था. नेशनल वेंचर कैपिटल एसोसियेशन द्वारा कोर्ट में दायर याचिका के कारण इस नियम का अस्तित्व बना रहा. पर ट्रम्प प्रशासन ने कई बार इसे रद्द कराने की कोशिशें जारी रखीं.
नेशनल वेंचर कैपिटल एसोसियेशन के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी बाॅबी फ्रेंकलिन का कहना है कि विदेशी उद्यमियों ने अमेरिका के विकास में उल्लेखनीय योगदान किया है. विदेशी उद्यमियों के कारण ही कोविड 19 वैक्सीन का उत्पादन कर रहीं फाइजर और माॅडेरना जैसी महत्वपूर्ण कंपनियां आज अमेरिका में हैं. आई ई आर को प्रभावी करके बाइडेन प्रशासन ने अमेरिका के लिये नयी खोज और नौकरियों के सृजन के क्षेत्र में दुनिया में सिरमौर बने रहने का रास्ता साफ कर दिया है।