यूपी में ऐतिहासिक जनाधार और बढ़ती पकड़
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उत्तर प्रदेश में हालिया सदस्यता अभियान के तहत दो करोड़ नए लोगों को अपने साथ जोड़कर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। यह राज्य, जहां 80 लोकसभा सीटें हैं, पार्टी की राजनीतिक दिशा में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। आगामी चुनावों के लिए यह कदम पार्टी की दीर्घकालिक योजना का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य न केवल समर्थन आधार को बढ़ाना है, बल्कि संगठनात्मक स्तर पर अपनी पकड़ को और मजबूत करना भी है।
उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में इस अभियान को अभूतपूर्व समर्थन मिला। पार्टी के हर जिले में औसतन 2.5 लाख सदस्य जोड़े गए, जिनमें युवाओं, महिलाओं, और सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों का एक बड़ा हिस्सा है। लगभग 35% सदस्य युवाओं के हैं, जिनकी आयु 18 से 35 वर्ष के बीच है, और इनकी संख्या लगभग 70 लाख है। महिलाओं की भागीदारी भी उल्लेखनीय रही, जो नए सदस्यों का 20% है, यानी लगभग 40 लाख महिलाएं इस अभियान से जुड़ीं। इसके साथ ही अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्गों के करीब 30 लाख लोग इस सदस्यता अभियान का हिस्सा बने हैं। इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि भाजपा समाज के सभी वर्गों में अपने प्रभाव को बढ़ाने की दिशा में सफल रही है।
एक और खास बात यह है कि इस बार पार्टी ने मुस्लिम समुदाय को अपने साथ जोड़ने में विशेष ध्यान दिया। लखनऊ, मुरादाबाद, सहारनपुर, मेरठ, और अलीगढ़ जैसे मुस्लिम बहुल जिलों में पार्टी ने बड़े स्तर पर अभियान चलाया, जिससे करीब 10 लाख मुस्लिम सदस्यों ने भाजपा से जुड़ने का फैसला किया। इनमें से करीब 30% सदस्य शहरी क्षेत्रों से हैं, जबकि बाकी ग्रामीण क्षेत्रों से आते हैं। इस नए कदम के साथ पार्टी ने परंपरागत धारणाओं को बदलने की दिशा में महत्वपूर्ण सफलता पाई है।
भाजपा की इस सफलता में केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न विकास योजनाओं का बड़ा योगदान रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत प्रदेश में लगभग 17 लाख घर बनाए गए, जिनमें मुस्लिम समुदाय के लाभार्थी भी शामिल हैं। उज्ज्वला योजना के तहत प्रदेश में 2.5 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन मिले, जिनमें करीब 15 लाख मुस्लिम परिवार भी शामिल हैं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अंतर्गत लगभग 2 करोड़ किसानों को आर्थिक सहायता मिली, जिसमें करीब 2 लाख मुस्लिम किसान भी लाभान्वित हुए। ये योजनाएं पार्टी की समावेशी विकास नीति को दर्शाती हैं, जिनके जरिए वह हर वर्ग को अपने करीब लाने में सफल हुई है।
ग्रामीण इलाकों में पार्टी का यह अभियान बहुत व्यापक रहा। राज्य की लगभग 75% आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है, और इनमें पार्टी ने 1.5 करोड़ नए सदस्य जोड़े। इनमें से लगभग 20 लाख सदस्य किसान वर्ग से हैं, जबकि छोटे व्यापारी समुदाय से करीब 40 लाख लोग इस अभियान में शामिल हुए हैं। इस तरह ग्रामीण और छोटे व्यापारियों के बीच भाजपा का समर्थन आधार और अधिक मजबूत हुआ है।
पार्टी के नेताओं ने सदस्यता अभियान के दौरान राज्य के हर कोने में जाकर लोगों से संवाद किया। पार्टी के सीनियर नेताओं ने जिलों में दौरों के माध्यम से पार्टी की नीतियों और योजनाओं को जन-जन तक पहुँचाया और यह सुनिश्चित किया कि अधिक से अधिक लोग भाजपा के साथ जुड़ सकें। अभियान को सफल बनाने के लिए पूरे राज्य में लगभग 10,000 बूथ लगाए गए, जहाँ लोग आसानी से पार्टी की सदस्यता ले सकते थे।
यह सदस्यता अभियान भाजपा की लंबी अवधि की रणनीति का हिस्सा है। पार्टी को उम्मीद है कि इतने बड़े पैमाने पर नए सदस्यों का जुड़ना भविष्य में न केवल चुनावी समर्थन को बढ़ाएगा, बल्कि पार्टी के लिए राज्य के हर स्तर पर एक संगठित ढांचा भी उपलब्ध कराएगा। इसके साथ ही भाजपा अपने नए सदस्यों के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्रों की योजना बना रही है, ताकि वे पार्टी की विचारधारा और उद्देश्यों से भली-भांति परिचित हो सकें और विभिन्न क्षेत्रों में एक सक्रिय भूमिका निभा सकें।
मुस्लिम समुदाय में पार्टी की पैठ बनाना एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक है। 10 लाख से अधिक मुस्लिम सदस्यों का जुड़ना इस बात का प्रमाण है कि पार्टी की समावेशी विकास नीतियों और योजनाओं पर मुस्लिम समुदाय का विश्वास बढ़ा है। पार्टी के "सबका साथ, सबका विकास" के संदेश के प्रति मुस्लिम समुदाय के युवाओं और महिलाओं का रुझान बढ़ रहा है, जो एक सकारात्मक संकेत है।
भाजपा की यह सदस्यता पहल लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी की स्थिति को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभा सकती है। पार्टी की रणनीति, जिसमें राज्य के हर वर्ग तक पहुंचने का प्रयास किया गया है, उसे अन्य दलों के मुकाबले एक निर्णायक बढ़त दिला सकती है। पार्टी ने अपनी विकास योजनाओं के जरिए जनता में विश्वास पैदा किया है, जो उसके दीर्घकालिक संगठनात्मक ढांचे के लिए एक स्थिर आधार बनाता है।
अंततः, भाजपा का यह सदस्यता अभियान न केवल आगामी चुनावों में एक बढ़त की ओर इशारा करता है, बल्कि राज्य की राजनीति में दीर्घकालिक स्थायित्व की दिशा में पार्टी का एक सशक्त कदम है। समाज के हर वर्ग को जोड़ते हुए यह सदस्यता अभियान पार्टी के लिए एक मजबूत संगठनात्मक ढांचा तैयार कर रहा है, जो भविष्य में पार्टी को स्थानीय और क्षेत्रीय मुद्दों को प्रभावी ढंग से संबोधित करने में सहायता प्रदान करेगा।
- आसिफ़ ज़मां रिज़वी
युवा मुस्लिम भाजपा नेता
(पूर्व सह-प्रभारी: झारखंड, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा;
पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा)