शांति नगर में दुर्गा मंदिर शांति कुंज भवन में मंगलवार सांय श्रीमद भागवत कथा का शुभारंभ कलश यात्रा के साथ हुआ। श्राद्ध पक्ष के उपलक्ष्य में जनकल्याणार्थ करवाई जा रही यह कथा 23 सितंबर तक प्रतिदिन सांय 4 से 7 बजे तक चलेगी।
कार्यक्रम में कलशधारी महिलाओं की भव्य शोभायात्रा दुर्गा मंदिर से आरंभ होकर शांति नगर की गलियों से होते हुए कथा स्थल पहुंची। कथा के यजमानों आर डी शर्मा, श्याम सुंदर तिवारी,श्री शिव शक्ति सेवा मंडल के चेयरमैन एम. के. मौदगिल, सुशीला शर्मा, मोनू शर्मा,गोपाल शर्मा, अशोक आश्री और मंगेश शर्मा ने सर्वदेव एवं भागवत पूजन करके कथावाचक पंडित शुकदेव आचार्य को तिलक लगाया।
भागवत प्रवचनों में शुकदेवाचार्य ने कहा कि श्रीमद्भागवत महिमा से भगवद भावपूर्ण पारमहंस्य ज्ञान- सुधा- सरिता की बाढ़ आ रही है, जिसमें सकाम कर्म, निष्काम कर्म, साधन-ज्ञान, प्रेमा भक्ति व मर्यादा-मार्ग आदि सभी का परम रहस्य बड़ी ही मधुरता के साथ भरा हुआ है। यह भगवान के मधुरतम प्रेमरस का छलकता हुआ सागर है। इसी से भावुक भक्तगण इसमें सदा अवगाहन करते हैं। कथा के बीच-बीच में गायक मुरारी भार्गव और नायब सिंह द्वारा सुनाए गए भजन हरि नाम हरदम लिए जा-लिए जा, हरि नाम लेलो सहारा मिलेगा-मानुष जन्म न दुबारा मिलेगा....पर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हुए। भागवत आरती में पंडित रविंद्र शर्मा, जीवन मौदगिल, विजय कौशिक, संदीप मिश्र, अंकुर भारद्वाज, देवेंद्र शर्मा, विजय ठाकुर, अनुराधा पाठक, सुषमा शर्मा, कांता आश्री और आशा रानी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
- वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक