हरितालिका तीज मिलन कार्यक्रम
पारम्परिक गोर्खाली वेशभूषा व आभूषणों में सजी बाल बालिकाओं व महिलाओं ने नेपाली लोकगीतों पर नृत्यों की प्रस्तुतियाँ दी, जिसमें मौजूद लोगों ने खूब सराहा और लोग झूमने को मजबूर हुए।
मंगलवार को छिद्दरवाला स्थित हिमालय देवी मन्दिर प्रांगण में हरितालिका तीज मिलन कार्यक्रम अन्तर्गत तीज महोत्सव का उद्घाटन वित्त एंव शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पर्व, लोक उत्सव, मेले व पारम्परिक आयोजन हमारी समृद्ध संस्कृति के अभिन्न अंग हैं। ऐसे आयोजनों से समाज में भाषा, संस्कृति व पम्पराओं के प्रचार प्रसार के साथ ही संरक्षित करने का अवसर प्राप्त होता है। उन्होंने कहा हरितालिका तीज पर्व का गोर्खाली समाज की महिलाओं में विशेष महत्व है।
इस दौरान आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में छिद्दरवाला, रायवाला, ऋषिकेश, देहरादून, श्यामपुर, डोईवाला, लच्छीवाला व हरिपुरकालां आदि क्षेत्रों से आए विभिन्न सांस्कृतिक दलों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी। जिसमें पछेउरी लालुमई, अरेली कांडै ले, तीजको आयो लहर, सिरमा सिर बन्दी, रातो चुरा रातो सारी, वर्ष दिन को तीज मनाउने, यस पाली को तीज, हेर न है बटुली, मन परेको मान्छे, गाँव देखि शहर, बाबा को घर.. आदि गीतों पर खूब थिरकी महिलाएँ। इस दौरान तीज मिलन कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डोईवाला के ब्लॉक प्रमुख भगवान सिंह पोखरियल ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
पण्डित शालिकराम शास्त्री ने बताया कि हरितालिका तीज का व्रत भाद्र शुक्ल पक्ष के तृतीय तिथि को रखा जाता है और सुहागिन महिलाएँ भगवान शिव पार्वती के नाम व्रत रख कर अपने पति की लम्बी आयु की कामना करते हैं। इस वर्ष का तीज व्रत 06 सितम्बर शुक्रवार को है।
इस दौरान जोगीवालामाफी के प्रधान सोबन सिंह कैंतुरा, चकजोगीवाला के प्रधान भगवान सिंह मेहर, छिद्दरवाला के प्रधान प्रतिनिधि सरदार बलविंदर सिंह, जिला पंचायत सदस्य रीना रमन रांगड़, पूर्व प्रधान हरीश कक्कड़, पूर्व जिला पंचायत सदस्य विमला नैथानी व अनीता राणा, तीज कमिटी के अध्यक्ष संगीता गुरुंग, पण्डित शालिकराम शास्त्री, गजेंद्र विक्रम शाही, बलराज सिंह, टीका बहादुर थापा, लक्ष्मीकांत शर्मा, दिल बहादुर खत्री, कमला थापा, रेनू क्षेत्री, आरती थापा, पूर्णिमा क्षेत्री, जोगमाया पुन, उमा थापा, संतोषी शर्मा, सुषमा थापा व पूजा क्षेत्री आदि मौजूद रहे।