Media4Citizen Logo
खबर आज भी, कल भी - आपका अपना न्यूज़ पोर्टल
www.media4citizen.com

रायबरेली AIIMS : पीएम मोदी ने किया लोकार्पण

रायबरेली जनसभा में शामिल हुए सीएम योगी, महिला एवम बाल विकास मंत्री श्रीमती स्‍मृति ज़ूबिन इरानी और केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल

पीएम मोदी ने किया लोकार्पण
पीएम मोदी ने किया लोकार्पण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एम्स राजकोट से रायबरेली सहित देश के पांच राज्यों में संचालित एम्स और क्रिटिकल केयर सेवाओं का लोकार्पण किया गया। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास और अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री श्रीमती स्मृति ज़ुबिन इरानी,केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल मौजूद रहें।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री श्रीमती स्मृति ज़ुबिन इरानी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी नामदर नहीं बल्कि एक कामदार प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने कहा कि श्री नरेंद्र मोदी आज़ाद भारत के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने 25 करोड़ लोगों की गरीबी रेखा से बाहर निकालने का काम किया।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एम्स रायबरेली नामदार और कामदार में फर्क का सर्वोत्तम उदाहरण हैं। श्रीमती इरानी ने कहा कि घोषणा से लेकर शिलान्यास तक एम्स रायबरेली को आठ साल तक की यात्रा करनी पड़ी और अन्ततः प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों द्वारा 16 दिसम्बर 2018 को एम्स रायबरेली राष्ट्र को समर्पित किया गया।

उन्होंने कहा कि आज़ाद भारत के इतिहास 67 सालों में कुल 380 मेडिकल कॉलेज ही बने लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में 2014 से लेकर अब तक कुल 706 मेडिकल कॉलेज बने।

उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना और जन औषधि जैसी योजनाओं का लाभ 10 करोड़ से अधिक परिवारों को मिला। श्रीमती स्मृति इरानी ने कहा कि भारत में पहले महिला कभी स्तन के कैंसर के बारे में चर्चा नहीं करती थी लेकिन पहली बार आयुष्मान भारत की वजह से देश भर में 24 करोड़ महिलाओं ने केवल अपनी जांच कराई बल्कि इलाज भी।

उन्होंने कहा कि एम्स रायबरेली की पैथोलॉजी में प्रतिवर्ष एक लाख 30 हजार ,बायो केमिस्ट लैब में सालाना 12 लाख टेस्ट होते हैं ।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने कहा कि पिछले 67 साल में देश में कुल 6 एम्स थे जो की प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के 10 साल के कार्यकाल में बढ़कर 22 हो गए। उन्होंने कहा कि

पिछले 67 साल में एमबीबीएस की कुल सीटें लगभग 51 हजार थी जो प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में 112% बढ़ी और वर्तमान में 1.8 लाख से अधिक सीटें हैं।

एम्स रायबरेली की स्थापना

उत्तर प्रदेश के रायबरेली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) को फरवरी, 2009 में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाइ)र् के चरण-प्प् के तहत 823 करोड़ रूपये की स्वीकृत लागत पर मंजूरी दी गई थी। मंत्रालय ने जुलाई, 2013 में परियोजना के लिए मेसर्स एचएससीसी (इंडिया) लिमिटेड को परियोजना प्रबंधन सलाहकार नियुक्त किया।

एम्स, रायबरेली 610 बिस्तरों वाला एक अस्पताल है, जिसमें आपातकालीन और टा्रॅमा के लिए 30 बिस्तर, आईसीयू विशेषता और सुपर स्पेशलिटी बिस्तर, एक 100 एमबीबीएस सीटों वाला मेडिकल कॉलेज छात्रावास और आवासीय क्वार्टरों के साथ शामिल है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, रायबरेली को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान संशोधन अधिनियम, 2013 के द्वारा एक स्वायत्त संस्थान और राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में स्थापित किया गया था।

इस परियोजना से उप्र राज्य तथा पड़ोसी राज्य के लोगों को क्या लाभ प्राप्त होंगे

एम्स रायबरेली उत्तर प्रदेश के पूर्वी और मध्य क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जो बिहार, उत्तराखण्ड तथा मध्य प्रदेश राज्यों की सीमा से लगा हुआ है।

रायबरेली वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ और कानपुर जैसे घनी आबादी वाले शहरों के बीच स्थित होने के साथ-साथ अयोध्या और चित्रकूट के आस-पास स्थित होने के कारण 50 मिलियन से अधिक आबादी के लिए संप्रेषण केंद्र के रूप में कार्य करता है। यह संस्थान तीन एक्सप्रेस-वे (राष्टीय राजमार्ग) के संगम पर स्थित है और उत्तर प्रदेश के लिए प्रमुख ट्रॉमा और आपातकालीन खानपान अस्पताल के रूप में कार्य करता है।

परियोजना के अनुमोदन की तिथि-फरवरी 2009
परियोजना की स्वीकृत लागत-रू. 823 करोड़
कार्यकारी एजेंसी-मैसर्स एचएससीसी(इंडिया) लिमिटेड
मैसर्स एचएससीसी(इंडिया) लिमिटेड-100%
वित्तीय प्रगति-94%

सुविधाएँ, जो पहले से ही चालू हैं
(क) ओपीडी कार्यात्मक है, दिनांकः 13 अगस्त 2018
(ख) एचएलएल-अमृत फार्मेसी, कार्यत्मकः अक्टूबर 2019 से
(ग) एम्बुलेंस सेवाएँ : फरवरी 2020 से दो एम्बुलेंस (एक एएलएस, एक बीएलएस एम्बुलेंस) उपलब्ध है
आज की तारीख में एम्स रायबरेली में चालू सेवाएं -
1. 1. डायग्नोस्टिक ब्लॉक :-
(क) रेडियोलॉजी सेवाएं :- एक्स-रे, अल्ट्रासोनोग्राफी, सीटी स्कैन और एमआरआई स्कैन सहित, इंटरवेंशन रेडियोलॉजी,
(ख) पैथोलॉजिकल सेवाएंः
फ्रोजन सेक्शन अध्ययन, साइटोलॉजी, हेमेटोलॉजी, बायोमार्कर सहित हिस्टोपैथोलॉजी अध्ययन
(ग) जैव रसायनः एबीजी, इलेक्ट्रोलाइट्स, सभी नियमित और आपातकालीन जांच सेवाएं
(घ) सूक्ष्म जैविक जाँचः संस्कृति संवेदनशीलता, आरटी-पीसीआर, वायरल मार्कर, सभी नियमित और आपातकालीन जाँच।
2. 2. ओटी ब्लॉकःओटी की कुल संख्या :- 12 प्रमुख, जिनमें 02 आपातकालीन और 02 प्रसूति ओटी शामिल हैं।

3. 3. ओपीडी सेवाएं (अब तक)-

4. कुल ओपीडी-629160
जैव रसायन- 911797
पैथोलॉजी-27304
माइक्रोबायोलॉजी-14855
हिमैटोलॉजी-940793
सीरोलॉजी-37602
रेडियोलॉजिकल जाँचः यूएसजी-4356; एक्स रे- 75008; सीटी स्कैन-5802; एमआरआई-4434

कोविड वार्ड :-
1. कोविड वार्ड : 82$238 अन्य विभाग से कुछ स्थानांतरण
2. कोविड आईसीयू : 180

इस स्तर पर प्रति दिन औसत ओपीडी मरीज : 1800-2000
(क) पीएमजेएवाई आयुष्मान भारत योजना : प्रारम्भ
(ख) एबीडीएम पैनलबद्ध
(ग) एचएलएल-अमृत फार्मेसी अक्टूबर 2019 से कार्यात्मक
4. आईपीडी सेवाएं (कुल बिस्तर 610)
(क) अब तक भर्ती मरीजः6207
(ख) 91 कोविड रोगियों का इलाज किया गया $ अन्य मामलों को अन्य विभाग में स्थानांतरित किया गया।
(ग) प्रमुख आटी प्रक्रियाएं-1054
(घ) माइनर ओटी प्रक्रियाएं-495
(ड.)कार्डियोलॉजी के मरीजों का इलाज
एंजियोग्राफी- 301 और एंजियोप्लास्टी-141
(च) इंटरवेंशन रेडियोलॉजीः 166
(छ) घुटने औैर कुल्हे का प्रतिस्थापनः 03 02$01 घंटे।
(ज) नवजात और बाल चिकित्सा सर्जरीः 118
झन्यूरोसर्जिकल प्रक्रियाएंः 219
(झ) हेमोडायलिसिस प्रक्रियाएंः 139
(´) पीआईसीयूः 37
5. अन्य सेवाएँ-1. आधान चिकित्सा सेवाएं
Û रक्त बैंक और रक्त घटक सेवाएं
2. हरित परिसर
3. सौर परियोजनाः
4. सीओटीपीए अधिनियम का निहितार्थ (तंबाकू उत्पादों को जब्त करना और जुर्माना लगाना।)
5. बीपीएल रोगियों के लिए निःशुल्क सेवाएं
6. रेड जोन में पहले 24 घंटे फ्री इमरजेंसी
7. नशा मुक्ति केंद्र
8. औषधि निगरानी एवं एडीआर केंद्र
कुल कार्यात्मक विभाग-29
Û विशेषता विभाग-16
1. एनेस्थीसिया
2. दंत चिकित्सा
3. त्वचा विज्ञान
4. ईएनटी
5. सामान्य चिकित्सा
6. सामान्य सर्जरी
7. कीटाणु-विज्ञान
8. प्रसूति एवं स्त्री रोग
9. नेत्र विज्ञान
10. हड्डी रोग
11. बाल चिकित्सा
12. विकृति विज्ञान
13. मनचिकित्सा
14. रेडियो-निदान
15. आधान चिकित्सा
16. विकृति विज्ञान एवं लैब मेडिसिन
सुपर स्पेशलिटी-6
1. हृदय रोग विज्ञान
2. हृदय तथा वक्ष-गह्वर संबंधी विज्ञान
3. तंत्रिका विज्ञान
4. तंत्रिका शल्य चिकित्सा
5. बाल शल्य चिकित्सा
6.मूत्र रोग विज्ञान
शिक्षण विशेषता-6
1. शरीर रचना विज्ञान
2. जैव रसायन
3. सामुदायिक चिकित्सा
4. विष विज्ञान सहित फॉरेसिंक मेडिसिन
5. औषध विज्ञान
6. शरीर क्रिया विज्ञान
अन्य विभाग-01
1. शारीरिक चिकित्सा एवं पुनर्वास
9. मेडिकल कॉलेज :- एमबीबीएस सितंबर 2019 से
10.टेलीमेडिसिन ई­संजीवनीः-
11.सामुदायिक सहभागिता स्वास्थ्य शिविर


Published: 26-02-2024

Media4Citizen Logo     www.media4citizen.com
खबर आज भी, कल भी - आपका अपना न्यूज़ पोर्टल