कमलनाथ की वापसी करा सकती है पवैया की नाराजगी
विकल्प शर्मा : नयी दिल्ली : मध्यप्रदेश में होने वाले उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ दोनों ही एक्शन में आ गये हैं. संघ ने मैदानी अनुमान के लिये दो टीमों का गठन किया है जो पहले दौर में पार्टी के प्रदेश नेताओं से बात करेगी. दत्तात्रेय होसबोले ने इसको लेकर सुरेश सोनी, शिवराज सिंह चौहान और सुहास भगत से लम्बी बात की है.
सूत्रों की मानें तो संघ और भाजपा में ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर चौहान और ग्वालियर चम्बल संभाग के नेताओं में तलवारें खिंचना शुरू हो गया है. जय भान सिंह पवैया ने दत्तात्रेय से मिल कर चैहान की शिकायत की है कि वे कार्यकर्ताओं और नेताओं की अनदेखी कर रहे हैं. पवैया ने इस बात पर भी आपत्ति जताई कि जो विस्तारक भोपाल से इन क्षेत्रों में जाने के लिये तय किये गये हैं वो भी सिंधिया से मिले हुए हैं और इन विस्तारकों को सुरेश सोनी का प्रश्रय मिला हुआ है.
वहीं दूसरी ओर सुहास भगत ने सुरेश सोनी से मिल कर अपेक्षा की है कि मैदानी अनुमान में स्थानीय कार्यकर्ताओं की अनदेखी अर्थ का अनर्थ कर सकती है. यहां तक कहा जा रहा है कि पवैया सिंधिया और शिवराज की दोस्ती को लेकर इतने ज्यादा आक्रोशित हैं कि उन्होंने पूरी प्रक्रिया से अपने को अलग कर लिया है. पवैया ने कहा इस विषय पर मैं कोई बात नहीं करना चाहता. संगठन विस्तारक भेजता है, वो मुख्यमंत्री और सिंधिया से बात करते हैं. ऐसे में बात करने का कोई मतलब नहीं रह जाता है. लेकिन पवैया से जुड़े सूत्रों का कहना है कि क्षमतावान नेताओं को अनदेखा किया जा रहा है. संघ भी इन चीजों की गंभीरता नहीं समझ रहा है.
ऐसे अधिकांश लोग दिग्विजय सिंह और कमलनाथ से सम्पर्क साधे हुए हैं और उन्हें रोका भी नहीं जा सकता है. पता चला है कि होसबोले ने पवैया की आपत्ति पर कड़ा रुख अपनाया है. होसबोले ने प्रदेश संगठन महामंत्री को ताकीद है कि इस मसले में तुरंत शिवराज सिंह चौहान से बात करें और सिंधिया भी अनुशासन में रहते हुए कार्यकर्ताओं का सम्मान करें और उनके महत्व के हिसाब से उनसे काम लें.
पता ये भी चला है कि पवैया के पूरे घटनाक्रम को लेकर अमित शाह और जेपी नड्डा में लम्बी बातचीत हुई है. इसके बाद शाह और नड्डा ने दत्तात्रेय से मिलकर उन्हें पूरी जानकारी दी है. शाह ने स्वीकार किया कि विस्तारक और पन्ना प्रमुख पूरा खेल बिगाड़ सकते हैं. कहा ये भी जा रहा है कि भाजपा के नाराज धड़े के बल पर कमलनाथ वापसी की तैयारी कर रहे हैं.