गुलदाउदी और कोलियस प्रदर्शनी
दिसम्बर माह का दूसरा शनिवार और रविवार, जिसका लखनऊ वासी ही नहीं, राजधानी के आस पास के क्षेत्रों के वासी भी इंतज़ार करते हैं इस ख़ास दिन का; जी हां, आपका अनुमान पूर्णतः सत्य है।
हर साल की तरह इस साल गत 14 और 15 दिसम्बर को राजधानी के सिकंदराबाद स्थित राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान में दो दिवसीय गुलदाउदी और कोलियस प्रदर्शनी का आयोजन सेन्ट्रल लॉन में किया गया।
प्रदर्शनी एक ओर जहां शीत ऋतु में लोगों की घर से बाहर निकलने और नेचुरल फ्लावर्स के बीच आने के लिए बाध्य करता है वहीं दूसरी ओर पुष्प प्रेमियों, बागवानी शौकीन, पुष्प व्यापारी, होम डेकोरेटर, बच्चे, युवा, युवती, बुर्जुग महिला और पुरुष सभी को अपने अपने क्षेत्र में नाना प्रकार की जानकारी से भी रूबरू कराता है ये पुष्प प्रदर्शनी।।
प्रदर्शनी में आकर सभी के चेहरे पर एक अप्रतिम मुस्कान स्वत: ही देखने को मिली कोई फ़ोटोग्राफी कर रहा था, तो कोई सेल्फी ले रहा था, कोई खिली हुई धूप का आनंद ले रहा था, तो कोई अपनी मन पसन्द खरीदारी कर रहा था।
स्टॉल्स में संस्थान nbri द्वारा हर्बल गुलाल, हर्बल सिंदूर, संस्थान की पुस्तकों ने सभी का ध्यान आकर्षित किया, संस्थान cimap द्वारा इंडोर प्लांट्स के अतिरिक्त संस्थान द्वारा निर्मित क्रैकनील, लिपबॉम, एक्ने क्योर जेल, आफ्टर शेव जेल, एंटी डैंड्रफ शैम्पू, hair oil, फेस वॉश, अगरबत्ती जैसे लगभग 32 उत्पादों को लोगों ने जाना, समझा और खरीदारी भी की, संस्थान द्वारा इन सभी उत्पादों के लिए आगंतुक फ्लॉवर शो की प्रतीक्षा करते हैं, एक अन्य स्टॉल पर dry flowers से कार्ड, पेपर बैग्स, ईयर रिंग्स, बुक मार्क, डेकोरेटेड कैंडल्स, आदि को भी युवतियों और महिलाओं ने खूब सराहा।
संस्थान द्वारा लगभग 60 वर्ष से चली आ रही पुष्प प्रदर्शनी की अनवरत यात्रा के बारे में ठाकुर गंज से आए उमेश अग्रवाल ने बताया कि वे विगत 40 साल से आ रहे हैं इस बार फ्लावर्स की संख्या कुछ कम देखने को मिले लेकिन weekend, दिसंबर का महीना और खूबसूरत धूप कौन नहीं प्रफुल्लित होगा, दादा जी के साथ आए क्लास केजी के मो यूनुस बताते हैं बहुत अच्छा लग रहा है ये red aur pink color का फ्लावर, विकासनगर से पहली बार शो में आई नमरहा खान बताती हैं कि इतना मज़ा आएगा सोचा न था, गत 3 साल से आ रही रेशमा बताती हैं हम लोग तो आते ही हैं औरों को भी आने के लिए इनफॉर्म भी करते हैं, आलमबाग से आए आर एन मौर्या और पी के जैन बताते हैं फ्लावर्स बहुत कम दिख रहे हैं इस साल, लेकिन यहां आकर जो सुकून मिलता है उसको शब्दों में बयां करना मुश्किल है। फ्लावर शो की अनगिनत फोटो पूना में जब अपने बेटे को भेजता हूं तो वे भी अपने गार्डन को उसी अनुरूप सजाने की कोशिश करते हैं।।
इन सबके अतिरिक्त पहली बार फ्लावर शो में मलिहाबाद, हरदोई और आस पास से आए किसानों द्वारा गेंदा, गुलाब और ग्लैडियोलस के स्टॉल्स भी लगाए गए, पुष्प प्रेमियों द्वारा गुलाब और ग्लैडियोलस के फूलों की खूब खरीदारी भी की गई।।
फ्लावर शो का प्रवेश शुल्क मात्र 10.00 है, रविवार 15 दिसम्बर को प्रदर्शनी का समय है प्रातः 10 बजे से सायं 5.30 बजे ।।
- बबिता बसाक, लखनऊ ।