इस पावन पर्व पर अध्यक्ष मैनेजिंग कमिटी बड़ी काली बाड़ी गौतम भट्टाचार्या ने बताया कि इस साल हम लोग मंदिर का 161 वान प्रतिष्ठापना दिवस धूम धाम से मनाया गया।
पंच मुंडी आसान पर विराजमान मां काली
की प्रतिमा पूर्ण रूप से मिट्टी निर्मित है।
साल 1863 को 14 अगस्त को मंदिर की स्थापना मधुसूदन मुखोपाध्याय द्वारा की गई थी, जो बाद में मंदिर के प्रथम पुरोहित भी नियुक्त हुए।
मंदिर भवन को विद्युत झालरों से सुसज्जित किया गया था, प्रवेश द्वार से लेकर मंदिर परिसर संग मां के कक्ष समस्त स्थान फूलों, गुब्बारों और विद्युत झालरों से जगमगा रहे थे।
अध्यक्ष ने बताया कि प्रातः काल से ही मां के भक्तों ने बड़ी संख्या में मंदिर आकर मां के दर्शन किए, पूजा और पुष्पांजलि अर्पित कर सभी के कल्याण हेतु मां से मंगल कामना की।
प्रातः 5 बजे प्रारंभ मां की मंगल आरती, बरन , चंडी पाठ , आरती , हवन 161 दीप प्रज्वलन आदि पूजन कार्य विधि विधान से मंदिर के पुरोहित रुप नाथ महापात्रा, डा अमित गोस्वामी और प्राणनाथ द्वारा सम्पन्न किया गया।
इस विशेष दिन की पूर्व संध्या पर कोलकाता से आए सुप्रसिद्ध गायक श्री कुमार द्वारा भक्ति गीत संगीत का कार्यक्रम मंदिर परिसर में हुआ,
बड़ी संख्या में श्रद्धालु कार्यक्रम में शामिल हुए जिससे वातावरण पूर्ण रूप से भक्तिमय हो गया।
सुबह सभी को बूंदी नमकीन का प्रसाद और दोपहर में मां को नाना प्रकार के व्यंजनों का भोग निवेदन किया गया तत्पश्चात् भक्तों ने पंक्ति में बैठकर एक साथ मां का भोग ग्रहण किया।
- बबिता बसाक, लखनऊ