सामूहिक कला प्रदर्शनी का शुभारंभ
बटोही प्रदर्शनी का उद्घाटन गत शनिवार को मुख्य अतिथि 'प्रो० मांडवी सिंह', भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय के उपकुलपति, 'श्रीमती विभा अग्रवाल', एफ०आई०सी०सी०आई० एफ०एल०ओ० लखनऊ अध्याय, वरिष्ठ अभिनेता अनिल रस्तोगी, वरिष्ठ फोटोग्राफर अनिल रिसाल, प्रो राकेश चंद्रा द्वारा दीप प्रज्वलन और कैटलॉग विमोचन के साथ हुआ।
"बटोही" जिसमें पेंटिंग, व्यवसाय कला, मूर्ति और टेक्सटाइल डिज़ाइन हैं। यह प्रदर्शनी इन उभरते हुए कलाकारों को एक विशाल दर्शक जनता के समक्ष अपने विशेष दृष्टिकोण और कलात्मक प्रतिभा को प्रदर्शित करने का एक मंच है।
"बटोही" एक आदर्श बुनियाद नहीं है, यह युवा कलाकारों की असीम संभावनायों को प्रेरित और चिंतन करता है।
इसमें संजय राज, प्रशांत चौधरी, महेश चतुरंगा, दीपेंद्र सिंह, अविनाश भारद्वाज, संजू ,राहुल शाक्य और प्रिया मद्धेशिया ने प्रदर्शनी की सफलता सुनिश्चित करने के लिए समन्वयक के रूप में कठिन परिश्रम किया है।
टेक्सटाइल डिज़ाइन विभाग से प्रतिभागी आदीबा प्रवीन और उदिता पटेल की रचनाएँ परंपरा और आधुनिकता का मिश्रण प्रकट करती हैं,
फाइन आर्ट विभाग में आयुषी कुमारी, गौरी वर्मा, शिवानी विश्वकर्मा, शुभि अग्रवाल, खुशी सिंह, राहुल कुमार, शिवांश राव, प्रीति यादव, प्रियांशु श्रीवास्तव, आंचल यादव, शार्ष्टी शाक्य, स्वाति सोनकर, अमिता सिंह, आयुषी यादव, आचल राय, अधिश्री पांडेय, शिवानी रावत, यश्मिता शुक्ला, ज़ारा मलिक, और दानिश अंसारी सभी अपनी रचनात्मक प्रतिभाओं की गहराई को प्रकट कर रहे थे।
स्कल्प्चर आर्ट विभाग के छात्र-छात्राएं जय नारायण, सुरज वर्मा, दीक्षा मिश्रा, पावनी दीक्षित, अदिति रस्तोगी, शिवांगी सिंह, पूजा और अनुप्रिया लालवानी की मूर्तियाँ विभिन्न सामग्रियों में जीवन को जीवंत कर रही हैं।
"बाटोही" केवल एक प्रदर्शनी नहीं हैं, यह युवा कलाकारों की असीम संभावनाओं और कला की स्थायी शक्ति का प्रमाण है, जो प्रेरित, उत्तेजित और एकजुट करने का सामर्थ्य रखती है।
प्रदर्शनी के क्यूरेटर आलोक कुशवाहा ने बताया कि यदि आप कला प्रेमी और कला के प्रसंशक हैं तो 6 से 9 अप्रैल तक कला श्रोत आर्ट गैलरी अलीगंज में आप इस मनमोहक प्रदर्शनी का अवलोकन कर सकते हैं ।