स्वच्छ, सीमित समय और आरामदायक यात्रा हेतु राजधानीवासी मेट्रो की यात्रा करते हैं,
समय के साथ साथ कई परिर्वतन भी हमें देखने को मिलते हैं, आज यात्रा के साथ साथ मेट्रो हमें विविध प्रकार के कला कृतियों, पुस्तक प्रदर्शनी, क्राफ्ट मेला, आर्ट एंड पेटिंग और नाना प्रकार की कार्य शालाओं से समय समय पर रुबरु भी कराता है,
मेले में हाथ से निर्मित विविध प्रकार के कला कृतियों को आगंतुकों ने देखा और सराया और अपनी मन पसंद खरीदारी भी की।
डिजाइनर्स दीपक, लड्डू, पेड़ा, अमृति, रस मलाई शेप्स कैंडल्स, कोस्टर्स, रंगोली, तोरण, बैग्स, ज्वैलरी, खिलौने, फोटो फ्रेम, आर्टिफिशियल फ्लावर्स, लेडीज़ सूट्स और श्री गणेश लक्ष्मी मूर्तियां भी मेले में उपलब्ध थीं।
खास बात यह थी कि इन सभी सामानों को वहां मौजूद कलाकारों ने स्वयं बनाया था, किफायती कीमत होने के कारण आगन्तुकों ने मेला का निरीक्षण करने के साथ साथ खरीदारी भी की,
गत 6 से 10 नवम्बर तक चलने वाले मेले की सभी ने भूरि भूरि प्रशंसा की।