निदेशक ने शिक्षक संघ के पदाधिकारियो को मिलने बुलाया और शाम के समय ऐसे सभी शिक्षकों को बुलाया जो इन गड़बड़ियों की वजह से प्रभावित हुए हैं। शिक्षकों की बैठक में निदेशक ने साफ कहा भर्ती व प्रोन्नति में कोई भी गड़बड़ी या अनियमितता नहीं हुई है। जबकि शिक्षकों की मांग थी की इन अनियमिताओं की कोई भी अनदेखी न की जाए। जो लोग छूट गए हैं। उन्हें रिव्यू प्रोसेस के द्वारा मौका दिया जाए।
निदेशक महोदय ने इससे इनकार किया और कहा की सभी लोग फिर से फॉर्म भरे और इंटरव्यू में आए। जिसका शिक्षकों ने विरोध किया और कहा कि अपात्र लोगों के चयन के बाद अब बाकियों को फिर से अन्याय सहने के लिए मजबूर किया जा रहा है। वहीं निदेशक ने असिस्टेंट प्रोफेसरों के साथ हुए अन्याय पर कोई भी टिप्पणी नहीं की और ना ही कोई आश्वासन दिया। बैठक में निदेशक ने शिक्षकों पर यह भी आरोप लगाया कि सोशल मीडिया उनके परिवार को निशाना बनाया जा रहा है ।
जिसका शिक्षकों ने विरोध किया। शिक्षकों ने बताया कि कुछ लोग फेंक आईडी बना कर उन्हें बदनाम कर रहे हैं और ऐसा कृत्य करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की।
शिक्षकों ने कहा कि निदेशक अनियमितता को छुपाने के लिए ऐसा कर रहे हैं और जानबूझ कर कुछ शिक्षकों को चिन्हित करके आंदोलन को कुचलने का प्रयास कर रहे हैं। शिक्षकों ने कहा कि वो अपनी आगे की रणनीति तय करेंगे।