8 अगस्त को अंग्रेजो भारत छोड़ो का नारा दिया गया था। 9 अगस्त को क्रांतिकारियों ने काकोरी रेल कांड को अंजाम दिया गया था। इस अवसर पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रपौत्री राजश्री चौधरी दिल्ली के गांव कादीपुर, शहीद सम्मान अभियान के संयोजक चौधरी हरपाल सिंह राणा के निवास में पहुंची। जहां उनका स्वागत किया गया।
उन्होंने मौजूदा व्यक्तियों से दिल्ली को लेकर चर्चा कर, झंडारोहण किया और इस दौरान उन्होंने जनता की समस्याओं के समाधान पर चलाए जा रहे अभियान हरपाल की चौपाल में शामिल होकर पीड़ितों की आपबीती सूनी, उसके लिए राणा की सरहाना की, जिसके बाद वह महोम्मदपुर गांव के बाढ़ पीड़ित किसानों से मुलाकात कर उनका पीड़ा को सुना और उनका हौसला बढ़ाते हुए इसपर कार्यवाही की बात कही।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। वर्तमान में हम कितने स्वतंत्र हैं और कितने गुलाम इसका आकलन किए जाना चाहिए।
चौधरी हरपाल सिंह राणा ने बताया कि राजश्री ने कहा कि स्वतंत्र सेनानियों ने जो स्वतंत्रता प्राप्त करने का और उसके बाद नागरिकों के कल्याण के लिए सपना देखा था, वह अभी अधूरा है। जिसे पूरा करने की आवश्यकता है। राणा ने कहा कि अंग्रेजों को भारत छोड़े हुए 75 वर्ष हो गए हैं और, लेकिन अबतक अंग्रेजों और मुगलों के समय बनाए गए कई कानून और व्यवस्थाएं आज भी देखी जा सकती है।
ऐसे में देश के गरीब जरूरतमंद व्यक्तियों का कल्याण कैसे होगा और देश का विकास होगा। इस अवसर पर मातृशक्ति में श्रीमती इंदिरा, सीमा राणा, स्वाति, संगीत सहित अनेकों महिलाएं और कादीपुर के प्रधान चौधरी चंद्रमोहन, शक्ति सिंह, जवाहर सिंह प्रिंसिपल, ज्ञान, नरेंद्र बजाड, बलवान राणा कारगिल विजेता, अशोक टोकस आदि अनेकों अनेकों व्यक्ति उपस्थित थे।