बैठक में खेल मंत्री ने प्रदेश में जिला कीडा अधिकारियों को आवंटित हुए कुल बजट की अभी तक कि स्थिति,पूर्व की बैठकों में समीक्षा के दौरान दिये गये निर्देशों पर हुई कारवाही, मुख्यमंत्री द्वारा की गयी घोषणाओं की स्थिति सहित कई अन्य बिंदुओं पर समीक्षा ली।वही बैठक में मंत्री रेखा आर्या ने मुख्यमंत्री द्वारा विभाग से संबंधित घोषणाओं की समीक्षा की जिसमे सभी घोषणाओं को जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए गए।
वही खेल मंत्री ने समीक्षा बैठक के दौरान हरिद्वार जिले की जिला क्रीड़ा अधिकारी से उनके जनपद में उदीयमान योजना से लाभान्वित बच्चों को स्थिति के बारे में जानकारी ली,जिसपर क्रीड़ा अधिकारी द्वारा बताया गया कि जिले में अभी कुल 240 बच्चे योजना का लाभ ले रहे हैं शेष किन्ही अन्य कारणवश लाभ नही ले पा रहे हैं ।
जिसपर विभागीय मंत्री ने नाराजगी जाहिर करते हुए सख्त निर्देश दिये कि इस योजना के तहत 150 बालक व 150 बालिकाओ को लाभ दिया जाना है ऐसे में इस वर्ष समस्त बालक व बालिकाओ को योजना से जोड़े। उन्होंने कहा कि अन्य जिलों के क्रीड़ा अधिकारी भी इसे सुनिश्चित करें। यदि जिन जनपद में योजना से जुड़ने वाले बच्चो की संख्या कम हुई तो उस क्रीड़ा अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
खेल मंत्री ने उदीयमान योजना से लाभान्वित बच्चों के एक वर्ष तक का फीडबैक लेने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए।
वही खेल मंत्री रेखा आर्या ने राज्य में प्रस्तावित 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के संबंध अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए कि जहां-जहां पर खेलों की प्रतियोगिताओ का आयोजन होना है वहां पर चल रहे निर्माण कार्यों को तय समय पर पूरा कर लिया जाए।कहा कि हमारी कोशिश है कि तय समय पर सभी निर्माण कार्य पूर्ण कर लिए जाएं। कहा कि आने वाले समय मे हम खिलाड़ियों के हितों को सुरक्षित करने के लिए कई सारी योजनाए बनाने पर काम कर रहे हैं जिससे उनका भविष्य सुरक्षित होगा।
मौके पर विशेष प्रमुख सचिव खेल एवं युवा कल्याण अभिनव कुमार , निदेशक खेल एवं युवा कल्याण जितेंद्र सोनकर ,संयुक्त निदेशक खेल धर्मेंद्र भट्ट ,संयुक्त निदेशक खेल एस. के. शार्की ,सहायक निदेशक खेल एस. के. डोभाल ,महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज के प्रधानाचार्य श्राजेश ममगाईं सहित अन्य जिलों के जिला क्रीड़ा अधिकारी व अधिकारी उपस्थित थे।