राजधानी के सभी दुर्गा पूजा पंडालों, पार्कों, स्कूल कॉलेज, सार्वजनिक स्थानों में में ही नहीं घर घर मां सरस्वती की प्रतिमा व तस्वीर रखकर सभी ने पूजा की. बंगाली समुदाय द्वारा इस दिन को सरोसवती पुजो के रुप में मनाया जाता है नए नए बसंती कपडे पहनकर सभी पंडालों में जाते हैं. एक दिन पूर्व सभी छात्र छात्राएं अपनी पुस्तके मा के समक्ष रखते हैं. इस दिन वे पढ़ाई नहीं करते.
आलमबाग सिंधी स्कूल, विद्यांत कॉलेज, ब्वायज एंगलो कॉलेज, बंगाली क्लब राम कृष्ण मिशन, काली बाड़ी आदि अनेक स्थानों पर यह पर्व मनाया गया. प्रातः काल सभी ने मां को पुष्पांजलि अर्पित की, इस दिन ख़ास बात यह है कि पूजा में गेंदा पुष्प, बेर व रसभरी जरूर निवेदन किया जाता है. दोपहर में खिचड़ी, सब्जी, पूडी, चटनी पायस, भाजा आदि भोग मां को निवेदन के बाद सभी भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया. इस दिन होली पर जलने वाली अरण्य के वृक्ष को भी लगाया जाता है.