तीर्थनगरी ऋषिकेश में पिछले काफी समय से उप जिलाधिकारी ऋषिकेश शैलेंद्र सिंह नेगी जी को सूचना मिल रही थी कि ऋषिकेश राजकीय चिकित्सालय में तैनात डायग्नोस्टिक डॉक्टर उत्तम सिंह खरोला हॉस्पिटल के पास ही अपना निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर चला रहे हैं. अक्सर राजकीय चिकित्सालय में ड्यूटी के दौरान वह अस्पताल से गायब रहते हैं. और अपने क्लीनिक में लोगों का अल्ट्रासाउंड करते हैं.
यहां तक कि जितने भी पेशेंट सरकारी हॉस्पिटल में आते हैं. उन सब को अपने क्लीनिक में अल्ट्रासाउंड कराने के लिए कहते हैं. शिकायतें मिलने के दौरान आज उप जिलाधिकारी ऋषिकेश शैलेंद्र सिंह नेगी, सीएमओ देहरादून और तहसील प्रशासन की टीम ने गुपचुप तरीके से आज मन्नत डायग्नोस्टिक सेंटर पर छापा मारा तो पाया गया कि डॉक्टर साहब सेंटर में बैठकर मरीजों का अल्ट्रासाउंड कर रहे थे. जैसे ही प्रशासन की टीम पहुंची, डॉक्टर साहब हक्के बक्के रह गए. उनको बाहर निकालने के बाद उप जिलाधिकारी ऋषिकेश शैलेंद्र नेगी के आदेश पर मन्नत डायग्नोस्टिक सेंटर को सीज कर दिया गया है.
वहीं डॉ उत्तम सिंह खरोला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है. बता दें कि पिछले काफी समय से लोग सरकारी हॉस्पिटल में परेशान होते थे. अल्ट्रासाउंड कक्ष के आगे प्रेग्नेंट महिलाएं बैठी रहती थी, लेकिन डॉक्टर साहब नदारद रहते थे. कई-कई घंटे लोगों को इंतजार करना पड़ता था. इसकी शिकायत सीएमएस, राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश सीएमओ देहरादून और उप जिलाधिकारी ऋषिकेश शैलेंद्र सिंह नेगी को की जा रही थी. आज उप जिलाधिकारी ऋषिकेश द्वारा गुपचुप तरीके से छापेमारी की गई, और डॉक्टर उत्तम सिंह गैरोला के क्लीनिक को सील कर दिया गया. इस बारे में उन्होंने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया.