लौटते ही महापौर अनिता ममगाई एक्शन में
गुजरात दौरे में राष्ट्रीय महापौर सम्मेलन में शिरकत कर लौटते ही शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर महापौर अनिता ममगाई एक्शन मोड में आ गई हैं. शुक्रवार को लड़खड़ा रही सफाई व्यवस्था का संज्ञान लेते हुए महापौर ने आई एस बी टी क्षेत्र सहित विभिन्न वार्डो में सफाई व्यवस्था को परखा. अनेक जगहों पर लगे कूड़े के ढेर से गुस्साई महापौर ने सैनेट्री इंस्पेक्टरों को कढ़ी फटकार लगाई. महापौर ने दो टूक लहजे में कहा उनका लक्ष्य तीर्थ नगरी को साफ ,सुंदर और पूरी तरह से स्वच्छ बनाने का है. अभियान में हीला हवाली करने वाले कर्मचारियों एवं अधिकारियों को बक्शा नही जायेगा. जिस वार्ड में गंदगी के ढेर मिलेंगे उसकी जिम्मेदारी वहां के सफाई निरीक्षकों एवं स्वच्छता हवलदारों की होगी. दूसरों को जागरूक करने से पहले हमें जागरूक होना होगा. बाहर की सफाई का भी हमें उसी तरह से ध्यान रखना होगा, जैसे हम अपने घर का रखते हैं.
महापौर ने शहरवासियों से भी अपील की कि इस गंदगी को दूर करने के लिए हम सब को जागरूक होना होगा. उन्होंने कहा कि कुछ लोग कूड़ेदान में जगह होने के बाद भी कूड़े को दूर से ही फेंक देते हैं. इसके कारण वह गंदगी सड़क एवं गंदे पानी के नाले में जाकर पानी की निकासी में बाधा पहुंचाती है. उन्होंने कहा कि कुछ सफाई इंस्पेक्टरों द्वारा काम में लापरवाही बरतने की जानकारी भी सामने आई है जिसका संज्ञान लिया जा रहा है. निगम के स्वास्थ्य अधिकारी ( सहायक नगर आयुक्त) की कार्यप्रणाली को लेकर नाराज दिखी. महापौर ने उनसे दफ्तर से निकलकर सफाई व्यवस्थाओं को देखने की हिदायत दी.
निरीक्षण के दौरान चंद्रभागा से आई एस बी टी जाने वाले मार्ग पर लगी जाली के क्षतिग्रस्त दिखने की जानकारी भी महापौर द्वारा ली गई. उन्होंने बताया कि जानकारी लेने पर पता चला है कि एक ट्रक की दुघर्टना में चंद्रभागा नदी किनारे लगी जाली क्षतिग्रस्त हुई है जिसकी जांच में आपसी सांठगांठ से ट्रक को छोड़े जाने की जानकारी संज्ञान में आई है. ऐसा हुआ तो उस अधिकारी की सैलरी से ही क्षतिपूर्ति की जायेगी. महापौर ने निगम अधिकारियों को वार्डों में तैनात सफाई कर्मचारियों के काम की कड़ी निगरानी करने के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया. इस दौरान अधिशासी अभियंता दिनेश उनियाल, सफाई निरीक्षक संतोष गुसाई, अभिषेक मल्होत्रा, विनय बलोधी, सुभाष सेमवाल आदि मोजूद रहे.