ऋषिकेश ।। आज से श्राद शुरू हो चुके हैं। ऋषिकेश त्रिवेणी घाट पर दूर-दूर से लोग अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए गंगा घाट पर आ रहे हैं ।स्नान करने के बाद ब्राह्मण देवता के साथ पूरे विधि-विधान और पूजा करके श्राद्ध की विधि को पूर्ण कर रहे हैं।
आपको बता दे कि माना जाता है कि श्राद्ध पक्ष का हिंदू धर्म में बड़ा महत्व है। प्राचीन सनातन धर्म के अनुसार हमारे पूर्वज देव तुल्य हैं ।इस धरा पर हमने जीवन प्राप्त किया है। जिस प्रकार उन्होंने हमारा लालन पोषण किया है ।कृतज्ञता की भावना बच्चों को पितृ ऋण से मुक्ति का मार्ग दिखाता है ।श्राद्ध की अवधि 16 दिन अर्थात पितरों के श्राद्ध कर्म के लिए विशेष रूप से निर्धारित किए गए हैं। यह अवधि पितृपक्ष के नाम से जानी जाती है ।पित्र पक्ष में किए गए कार्यों से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है। श्रद्धा पूर्वक गंगा किनारे बैठकर श्राद्ध करने से सभी मित्रों को मुक्ति मिलती है। श्राद्ध करने के बाद अन्न दान करना बड़ा शुभ माना जाता है।।