Media4Citizen Logo
खबर आज भी, कल भी - आपका अपना न्यूज़ पोर्टल
www.media4citizen.com

हवा में जहरीली गैस : शाहजहांपुर में फैल रही भयंकर बदबू के सच पर प्रशासन क्यों है मौन?

महानगर के आधे से ज्यादा इलाकों में, खासकर बरेली मोड़ एवं उसके आसपास के इलाकों में इन दिनों एक अजीब सी दुर्गंध के चलते लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. पिछले कई दिनों से एक बड़ी फैक्ट्री द्वारा जहरीली गैस हवा में छोड़ी जाने का आरोप लगाते हुए गुस्साए लोगों द्वारा इसके खिलाफ एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा गया. वहीं कुछ संगठनों ने एक शिकायती पत्र कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना को सौंपकर समस्या से निजात दिलाने की मांग की है.

शाहजहांपुर में फैल रही भयंकर बदबू के सच पर प्रशासन क्यों है मौन?
शाहजहांपुर में फैल रही भयंकर बदबू के सच पर प्रशासन क्यों है मौन?

शाहजहांपुर में शाम होते ही एक अजीब सी बदबू छाने लगती है जिसको लेकर आमजन शाम होते ही भयंकर बदबू की शिकायत कर रहे हैं. उनका कहना है कि इस भयंकर बदबू के चलते एक अजीब-सी घुटन महसूस होने लगती है. और कभी-कभी यह बदबू इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि इसकी वजह से शाम होते ही आसपास के परिवारों को अपने घरों में कैद होना पड़ जाता है.

शहर के मामले में प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई न होने से गुस्साए लोगों ने आवास एवं विकास परिषद कॉलोनी बरेली मोड़ के गोल चौराहे पर आकर प्रदर्शन किया. वहीं दूसरी ओर फैक्ट्री द्वारा हवा में जहर घोलने के खिलाफ अब शहर के लोग भी इकट्ठा हो रहे हैं. लोगों का आरोप है कि शहर से सटे हुए इलाके में एक फैक्ट्री चल रही है जो पिछले कई महीनों से जहरीली गैस हवा में छोड़ रही है, जिसके चलते लोगों का सांस लेना मुश्किल हो रहा है. प्रदर्शन करने वालों का आरोप है कि फैक्ट्री के आसपास रहने वाले ग्रामीण फैक्ट्री द्वारा छोड़ी गई जहरीली गैस के कारण तमाम बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं.

इस जहरीली गैस को बंद कराने की मांग को लेकर हनुमान आराधना सेवा समिति के कार्यकर्ताओं ने सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देते हुए चेतावनी दी है कि अगर 2 दिनों में जिला प्रशासन द्वारा जहरीली गैस को बंद नहीं कराया गया तो सेवा समिति के कार्यकर्ता उस फैक्ट्री में खुद ताला डालेंगे. उनका कहना है कि प्रशासनिक अधिकारियों से भी शिकायत की गई पर आज तक कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई.

प्रदर्शन कर रहे राजेश अवस्थी ने बताया कि जमौर में बनी केआर पेपर मिल पिछले कुछ दिनों से हवा में जहरीली गैस छोड़ रही है. जिसकी वजह से आसपास के लोग तमाम बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं. गैस इतनी जहरीली है कि लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है. राजेश अवस्थी ने कहा कि अगर जिला प्रशासन इस जहरीली गैस को 2 दिनों में बंद नहीं करवाता है तो श्री हनुमान आराधना सेवा समिति के कार्यकर्ता फैक्ट्री में खुद ताला डालेंगे.

इससे पहले रविवार को अभिलाषा आवास विकास वेलफेयर सोसाइटी के बैनर तले कॉलोनी के तमाम लोग आवास एवं विकास परिषद कॉलोनी बरेली मोड़ के गोल चौराहे पर एकत्रित हुए. उनका कहना था कि बरेली मोड़ एवं आसपास के इलाकों में इन दिनों हर वक्त गैस की दुर्गंध आती रहती है. इसके चलते कॉलोनी में रहने वाले बुजुर्ग, बच्चों एवं बीमार लोगों को सांस लेने में काफी दिक्कतें हो रही हैं. आम लोगों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ रहा है.

आपको बता दें कि शाहजहांपुर के जमौर में तमाम फैक्ट्रियां संचालित हैं. इन फैक्ट्रियों से जहरीला धुआं निकलता है. आरोप है कि पिछले 3 महीनों से एक फैक्ट्री द्वारा हवा में जहरीली गैस छोड़ी जा रही है जिसकी बदबू से लोग परेशान हैं.

जनपद के कांट क्षेत्र में जलालाबाद हाईवे पर जमौर के पास स्थित केआर मिल पर प्रदूषण फैलाने का आरोप लगाते हुए स्थानीय लोगों का कहना है कि पेपर मिल के बॉयलर में प्लास्टिक और पॉलिथीन जलाई जा रही है. इससे क्षेत्र में भारी प्रदूषण हो रहा है. पॉलिथीन के जहरीले धुएं से सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है. वहीं दर्जनों लोगों ने शंका जाहिर करते हुए बताया कि केआर पल्प पेपर मिल के मालिक रसूखदार हैं शायद ही उनके खिलाफ कोई कार्यवाई हो. उनका कहना है कि पेपर मिल मालिक को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है जिसकी वजह से जिले के जिलाधिकारी भी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं.

गौरतलब है कि शाहजहांपुर में शाम को भयंकर बदबू की मिल रही शिकायत के बाद ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि उस फैक्ट्री में ग्रीन बेल्ट के तहत कार्य ही नहीं हो रहा हो, नियमों की अनदेखी कर उनका उल्लंघन किया जा रहा हो. फिलहाल यह तो जांच के बाद ही तय हो पाएगा.

मगर जनता की शिकायत और विरोध प्रदर्शन के बाद प्रशासन को इस बात की गहन जांच करनी चाहिए कि क्या वाकई में पेपर मिल में कूड़े के ढेर के साथ डंपिंग जोन बनाया गया है? प्रशासन को यह भी देखना होगा कि कंसेंट की शर्त के मुताबिक फैक्ट्री द्वारा रिसाइक्लिंग प्लांट और डिस्चार्ज प्वाइंट पर वाटर मीटर लगा है या नहीं या बिना वाटर मीटर के ही डिस्चार्ज प्वाइंट को खोलकर फैक्ट्री का बदबूदार पानी बहाया जा रहा हो. जैसे कहीं पानी जमा होने से यह बदबू फैल रही है जो शाम होते ही मौसम में कोहरे के कारण नीचे आ जाती है. फिलहाल बदबू से संबंधित पेपर मिल पर अग्रिम कार्रवाई जिलाधिकारी और क्षेत्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को ही करनी है.

सूत्रों के मुताबिक ऐसी फैक्ट्रियों में रात के अंधेरे में अवैध कारोबार होता है. कम लागत में अधिक उत्पादन के लिए अधिकतर पेपर मिलें वेस्ट पॉलिथीन कचरे को बॉयलर में ईंधन के रूप में इस्तेमाल करती हैं. दिलचस्प बात यह है कि इस तरीके के कचरे का स्टॉक शहरों के उन इलाकों में कर लिया जाता है जो इलाके शहर से लगे होते हैं. जहां पर लोगों की आवाजाही नहीं होती. वेस्ट पॉलिथीन कचरे के जलने से बॉयलर तेजी से गर्म होता है और देर तक गर्म भी रहता है जिससे मिल की पेपर उत्पादन क्षमता बढ़ जाती है. इससे पहले अन्य जगह अवैध रूप से वेस्ट पॉलिथीन कचरा जलाने पर दो पेपर मिलों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है.

गौरतलब है कि शासन द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार फैक्ट्रियों के बॉयलर को गर्म करने के लिए लकड़ी, गिट्टी या कोयले की परमीशन है लेकिन ये सब महंगा होने के साथ ये सभी चींजे बॉयलर को देर से गर्म करती हैं. वहीं, लकड़ी, गिट्टी व कोयला जलाने के लिए एसटीपी प्लांट की भी जरूरत होती है, लेकिन वेस्ट पॉलीथिन जलाने के लिए एसटीपी प्लांट भी नहीं चलाना पड़ता.


Published: 06-09-2022

Media4Citizen Logo     www.media4citizen.com
खबर आज भी, कल भी - आपका अपना न्यूज़ पोर्टल